
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख के पार पहुंच गया है। महज तीन दिन में ही हमारे देश में 1 लाख से ज्यादा मरीज मिले। इससे पहले 8 से 9 लाख मरीज होने में भी तीन ही दिन लगे थे।
देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा भी 25 हजार के पार हो गया है। कोरोना की सबसे बुरी मार झेल रहे दुनिया के 10 देशों में से अमेरिका, ब्राजील और चिली ही ऐसे देश हैं, जहां टोटल लॉकडाउन नहीं लगाया गया। यहां के कुछ राज्यों या हिस्सों को ही लॉकडाउन किया गया। भारत में भी 67 दिन तक टोटल लॉकडाउन रहा।
सबसे पहले बात, भारत की। हमारे देश में संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को आया था। उसके 55 दिन बाद टोटल लॉकडाउन लगाया गया। ऐसा कहा जा रहा था कि भारत, दुनिया का पहला ऐसा देश है, जिसने संक्रमण के सबसे कम मामलों पर ही लॉकडाउन कर दिया।
ये गलत है। पेरू में फिलहाल 3.37 लाख मामले हैं और यहां पहला मामला आने के 10 दिन बाद ही लॉकडाउन लगा दिया गया था। यहां जब लॉकडाउन लगा था, तब 71 मामले ही थे। जबकि, भारत में लॉकडाउन से एक दिन पहले तक 571 मरीज मिल चुके थे।
भारत – अब तक जितने मामले आए, उसमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा अनलॉक होते ही मिले
भारत में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया। उसके बाद 2 फरवरी तक केरल में ही दो मरीज और मिले। ये तीनों ही चीन के वुहान शहर से लौटे थे। इसके बाद करीब एक महीन तक देश में कोई भी नया मरीज नहीं मिला। लेकिन, 2 मार्च के बाद से देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता रहा।
रूस – सिर्फ 33 दिन का लॉकडाउन, खुलने के बाद 6 गुना बढ़ गए केस
रूस में कोरोना के पहले दो मामले 31 जनवरी को सामने आए। ये दोनों ही चीनी नागरिक थे। उसके बाद 27 मार्च तक यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 हजार के पार पहुंच गई। 28 मार्च से देश को टोटल लॉकडाउन कर दिया गया। रूस में पहला मामला सामने आने के 57 दिन बाद लॉकडाउन किया गया था।
पेरू – 106 दिन तक लॉकडाउन रहा, लेकिन संक्रमण की रफ्तार नहीं थमी
लैटिन अमेरिकी देश पेरू शायद दुनिया का पहला देश होगा, जहां कोरोना का पहला मामला आने के 10 दिन बाद ही लॉकडाउन लगा दिया गया। पेरू में 6 मार्च को कोरोना का पहला मरीज मिला था। इसकी ट्रैवल हिस्ट्री भी स्पेन, फ्रांस और चेक रिपब्लिक की थी। पहला मामला आने के बाद अगले 10 दिन में यहां 71 मरीज मिल चुके थे।
मैक्सिको- पहला मामला आने के 24 दिन बाद लॉकडाउन लगाया
मैक्सिको में 23 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया। 22 मार्च तक वहां 251 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके थे। एक जून को लॉकडाउन हटा लिया गया। उस वक्त तक मैक्सिको में 87512 केस थे। लॉकडाउन हटने के बाद पिछले 45 दिन में दो लाख दस हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। कुल मामले 3 लाख को पार कर गए हैं। यहां 28 फरवरी को कोरोना का पहला केस सामने आया था।
साउथ अफ्रीका – लॉकडाउन खुलते ही रोजाना करीब 3 हजार मामले आने लगे
अफ्रीका महाद्वीप के सबसे ज्यादा संक्रमित देश साउथ अफ्रीका में पहला मामला 5 मार्च को आया। 26 मार्च को यहां लॉकडाउन लगाया गया। उस वक्त तक देश में 709 मामले थे। यहां महज 36 दिन का ही लॉकडाउन लगाया गया और 30 अप्रैल को हटा भी लिया गया।
लॉकडाउन के 36 दिनों में यहां 4 हजार 938 मामले ही मिले थे। यानी, हर दिन औसतन 137 मरीज। लेकिन, लॉकडाउन हटने के बाद यहां 3.05 लाख से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। इस हिसाब से लॉकडाउन खुलते ही यहां रोजाना औसतन 2,880 से ज्यादा मरीज मिलने लगे।