20 लाख नागरिकों को काढ़ा अश्वगंधा एवं गिलोय चूर्ण वितरित

डॉ. रघु शर्मा, raghu sharma
डॉ. रघु शर्मा, raghu sharma

20 लाख नागरिकों को  काढ़ा अश्वगंधा एवं गिलोय चूर्ण वितरित किया जा चुका है । इनमे 4 लाख कोरोनावायरस एवं उनके परिजन शामिल है। 

जयपुर। प्रदेश में कोविड 19 के बचाव एवं उपचार हेतु आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि, प्रतिरक्षण एवं समान लक्षणों की चिकित्सा हेतु निरंतर महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। विभाग द्वारा अब तक लगभग 20 लाख नागरिकों को  काढ़ा अश्वगंधा एवं गिलोय चूर्ण वितरित किया जा चुका है । इनमे 4 लाख कोरोनावायरस एवं उनके परिजन शामिल है। 

आयुर्वेद मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा काढ़ा वितरण के साथ ही सरल घरेलू उपायों यथा- गर्म पानी का सेवन, नित्य योगाभ्यास, हल्दी एवं हल्दी युक्त दूध, जीरा, धनिया, तुलसी, अदरक, कालीमिर्च, मुनक्का का सेवन, नासिका में सरसों/ तिल/नारियल का तेल आदि के बारे में सलाह भी दी जा रही है। 

आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर द्वारा आयुर्वेद औषधियों का परीक्षण किया जा रहा है।

डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि  होम्योपैथी विभाग द्वारा औषधि आर्सेनिक एल्बम भी लगभग 3 लाख नागरिकों को वितरित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सहयोग से समस्त विभागीय चिकित्सकों एवं नर्स कम्पाउण्डर को कोविड 19 से सम्बन्धित प्रशिक्षण दिया गया है।

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उन्होंने बताया कि वर्तमान में समस्त आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्साधिकारी एवं नर्स कम्पाउण्डर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर विभिन्न क्वारांराईन सेन्सर्ट, चौक पोस्ट, स्क्रीनिंग कार्य एवं चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। क्वारांटाईन सेन्टर्स पर रह रहे लगभग 8 हजार 200 नागरिकों को 5 दिवस तक आयुर्वेदीय काढ़ा व अश्वगंध व गिलोय चूर्ण दिया जा रहा है। अब तक प्राप्त परिणामों में उक्त नागरिकों में कोई भी ‘पॉजिटिव’ नहीं  आया है। 

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डॉ. शर्मा ने बताया कि राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर द्वारा 1500 व्यक्तियों पर तथा राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर द्वारा 600 कोरोना वॉरियर्स एवं क्वारांटाईन व्यक्तियों पर आयुर्वेद औषधियों का परीक्षण किया जा रहा है।