
भारत सरकार राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों के साथ निकट समन्वय और सहयोग से देश में कोविड-19 को लेकर उचित प्रतिक्रिया और उपचार प्रबंधन का नेतृत्व कर रही है। कोविड-19 से बचाव, उसकी रोकथाम और उपचार प्रबंधन के लिए कई रणनीतिक और सुविचारित उपाय किए गए हैं।
यह पाया गया है कि गंभीर कोविड-19 बीमारी के बाद भी ठीक हो चुके मरीजों में थकान, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई सहित विभिन्न प्रकार के संकेत और लक्षण दिख सकते हैं। कोविड बीमारी के अधिक गंभीर रूप से पीड़ित और पहले से ही बीमारी चल रहे लोगों के ठीक होने की अवधि के लंबा होने की संभावना है।
कोविड के बाद ठीक होने वाले सभी रोगियों की आगे की जांच और उनकी सेहत की देखभाल के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है
कोविड के बाद ठीक होने वाले सभी रोगियों की आगे की जांच और उनकी सेहत की देखभाल के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इस बात का ख्याल रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक पोस्ट कोविड उपचार प्रबंधन प्रोटोकॉल जारी किया है। यह उन रोगियों के उपचार प्रबंधन के लिए एक एकीकृत समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है जो कोविड बीमारी से ठीक हो चुके हैं और उन्हें घर पर देखभाल की जरूरत है।
प्रोटोकॉल का उपयोग निवारक / उपचारात्मक चिकित्सा के रूप में करने के लिए नहीं है।
- व्यक्तिगत स्तर पर
- कोविड के लिए निर्दिष्ट उपयुक्त व्यवहार (चेहरे पर मास्क लगाना, हाथ और श्वसन स्वच्छता, एक-दूसरे से दूरी बनाए रखना) जारी रखें।
- पर्याप्त मात्रा में गर्म पानी पियें (यदि कोई विपरीत लक्षण न दिखे)।
- आयुष के योग्य चिकित्सक द्वारा बताई गई रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली आयुष दवाइयां लें।
- यदि स्वास्थ्य ठीक है तो नियमित रूप से घरेलू काम करें, पेशेवर काम को श्रेणीबद्ध तरीके से फिर से शुरू किया जाना चाहिए।
- हल्का / मध्यम व्यायाम।
- योगासन, प्राणायाम और ध्यान का दैनिक अभ्यास करें।
- चिकित्सक द्वारा बताए गए श्वसन संबंधी व्यायाम करें।
- हर रोज सुबह या शाम को सहने भर आरामदायक गति से चलते हुए टहलें।
- संतुलित पौष्टिक आहार, ताजे पके हुए नरम आहार लें जो आसानी से पच जाए।
- पर्याप्त नींद लें और आराम करें।
- धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।