शहीद लक्ष्मण को अंतिम विदाई देनेे लोगों की भीड़ उमड़ी, पाकिस्तानी गोलीबारी में हुआ था शहीद

देश के दुश्मनों से मोर्चा लेते हुए अपनी जान कुर्बान करने वाले जोधपुर जिले के खेजड़ला गांव के सिपाही लक्ष्मण की पार्थिव देह उसके गांव पहुंचा। तिरंगे में लिपट कर आ रहे अपने लाड़ले को अंतिम विदाई देने लोग खेजड़ला पहुंचे।

जोधपुर से आज सुबह उसकी पार्थिव देह को लेकर सेना का वाहन खेजड़ला के लिए रवाना हुआ। जोधपुर से 90 किलोमीटर की इस यात्रा के दौरान राह में पडऩे पर प्रत्येक गांव के बाहर जनसमूह उमड़ा हुआ है। लोग पुष्प वर्षा कर शहीद को अंतिम विदाई दे रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बुधवार को सेना का जवान लक्ष्मण शहीद हो गया। जोधपुर जिले के खेजड़ला निवासी 23 वर्षीय लक्ष्मण सीमा पर दुश्मनों का बुलंद हौसले व बहादुरी के साथ मुकाबले करते हुए घायल हो गए। उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्हें बचाया नहीं जा सका।

खेजड़ला में अपने लाड़ले लक्ष्मण के शहीद होने का समाचार मिलते ही शोक छा गया। शहीद के सम्मान में गांव का बाजार पूरी तरह से बंद है। उसके परिवार में माता-पिता व एक छोटा भाई व बहन है। उनके पिता खेती से जुड़े हैं। लक्ष्मण की दो माह बाद शादी होनी थी। परिवार में शादी की तैयारियां चल रही थी। अगले माह के अंत तक लक्ष्मण छुट्टी पर आने वाले थे। वे पांच साल पहले सेना में भर्ती हुए थे।

यह भी पढ़ें-ट्रैक्टर रैली में मारे गए किसान के घर पहुंची प्रियंका गांधी