
नागपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्मृति मंदिर का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने यहां आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए और एक खास संदेश भी लिखा। पीएम मोदी ने लिखा, ‘परम पूजनीय डॉ. हेडगेवार और पूज्य गुरुजी को शत शत ममन। उनकी स्मृतियों की संजोने, इस स्मृति मंदिर में आकर अभिभूत हूं।

भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन शक्ति के मूल्यों को समर्पित यह स्थली हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। संघ के इन दो मजबूत स्तंभों की यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए उर्जा पुंज है। हमारे प्रयासों से मां भारती का भाग्य सदा बढ़ता रहे।’ आरएसएस के प्रशासनिक मुख्यालय रेशमबाग में स्मृति मंदिर में पीएम मोदी के दौरे के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, संघ के पूर्व महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मौजूद थे। उन्होंने स्मारक स्थित स्मृति भवन में आरएसएस पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दीक्षाभूमि का दौरा किया
प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में दीक्षाभूमि का भी दौरा किया। यहां डॉ. बाबासाहब अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। पीएम मोदी शहर में डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापकों को श्रद्धांजलि देने के बाद दीक्षाभूमि पहुंचे थे।
माधव नेत्रालय के एक और केंद्र की नींव रखी
पीएम मोदी ने गुरु गोलवलकर की स्मृति में बने माधव नेत्रालय के प्रीमियम सेंटर की नींव रखी। वर्ष 2014 में स्थापित माधव नेत्रालय नागपुर में स्थित एक प्रमुख सुपर-स्पेशलिटी नेत्र चिकित्सा केंद्र है। इस परियोजना में 250 बिस्तरों वाला अस्पताल, 14 ओपीडी और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे, जिसका उद्देश्य लोगों को सस्ती और विश्व स्तरीय नेत्र उपचार सेवाएं प्रदान करना है।
मोदी-भागवत के बीच चर्चा पर टिकीं निगाहें
नागपुर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत साथ-साथ ही दिखाई दिए। इससे पहले आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने शनिवार को कहा था कि जब भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और पीएम मोदी एक-दूसरे से मिलते हैं, तो वे आरएसएस के कार्यों को कैसे बेहतर बनाया जाए, इस पर चर्चा करते हैं। दोनों देश के मुद्दों के बारे में बात करते हैं। ऐसे में भागवत और मोदी के बीच नागपुर में क्या चर्चा होगी, इस पर लोगों की निगाहें टिकीं हैं।