भारतीय कुश्ती में चमके दीपक, बजरंग और विनेश का दमदार प्रदर्शन जारी रहा

नई दिल्ली
भारतीय कुश्ती में ज्यादातर शीर्ष पहलवानों ने 2019 में उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन किया लेकिन इनमें सबसे चमकता सितारा दीपक पूनिया रहे जबकि अनुभवी और ओलंपिक दिग्गज सुशील कुमार और साक्षी मलिक का खराब प्रदर्शन जारी रहा। इस साल विश्व चैम्पियनशिप में पांच पदक और चार ओलंपिक कोटे स्थान हासिल करना भारतीय पहलवानों के लिये अभूतपूर्व प्रदर्शन रहा। बजरंग पूनिया (65 किग्रा) और विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने तोक्यो 2020 कोटे हासिल करने के अलावा पोडियम स्थान हासिल किये लेकिन उनसे कांस्य से बेहतर पदक की उम्मीद थी। दीपक (86 किग्रा) साल के शुरू में जूनियर विश्व चैम्पियन बने थे और उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक के साथ ओलंपिक कोटा हासिल कर सुर्खिंया बटोरीं। वह स्वर्ण पदक जीतकर सुशील कुमार (2010) के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बन जाते। लेकिन टखने की चोट उनके आड़े आ गयी और उन्हें फाइनल से हटने के लिये बाध्य होना पड़ा। हालांकि सबसे अच्छी खबर साल के अंत में आयी जब उन्हें खेल की संचालन संस्था यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा साल का सर्वश्रेष्ठ जूनियर पहलवान चुना गया। हरियाणा के दीपक के पिता दूध बेचते हैं और वह पहली बार 2016 में कैडेट विश्व चैम्पियनशिप स्वर्ण पदक के जरिये खबरों में आये। 2018 में उन्होंने सीनियर स्तर पर केवल एक पदक जीता लेकिन इस साल उन्होंने दो कांस्य और एक रजत के बाद नूर सुल्तान में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दूसरा स्थान हासिल किया। जूनियर से सीनियर सर्किट तक का सफर उनके लिये अच्छा रहा बल्कि अब वह दुनिया के नंबर एक पहलवान है जिससे ओलंपिक वर्ष में उनसे काफी उम्मीदें लगी होंगी।