सीडब्ल्यूसी की बैठक में मांग, राहुल बने नेता प्रतिपक्ष

दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बँठक में हिस्सा लेते कसंग्रेस नेता।
दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बँठक में हिस्सा लेते कसंग्रेस नेता।

दिल्ली में चल रही सीडब्ल्यूसी की बैठक

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की दिल्ली में बैठक हो रही है। इस बैठक में तमाम नवनिर्वाचित सांसद हिस्सा ले रहे हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सीडब्ल्यूसी की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। अधिकांश सांसद चाहते हैं कि इस बार राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाएं।

दरअसल इस बार सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस नेता को आधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल जाएगा। कांग्रेस ने इस चुनाव में 99 सीटें जीती हैं और नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए सबसे बड़े विपक्षी दल के पास कम से कम कुल सीटों की संख्या 10 प्रशित यानी 55 सीट होनी चाहिए। अब इस पद के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है और पार्टी के अंदर से भी आवाज उठ रही है कि राहुल गांधी को ही नेता प्रतिक्ष की कमान संभालनी चाहिए।

सीडब्ल्यूसी की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस सांसद

सीडब्ल्यूसी की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे कांग्रेस सांसद डीन कुरियाकोस ने उम्मीद जताई कि राहुल गांधी ही नेता प्रतिपक्ष बनेंगे। डीन कुरियाकोस ने कहा कि संसदीय दल आज एक नेता का चयन करेगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि राहुल गांधी संसदीय दल के नेता होंगे। हम एक अच्छा विपक्ष बनाएंगे. हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। भाजपा के खिलाफ जनादेश है। भारत नरेंद्र मोदी के खिलाफ है।

भाजपा के पास पूर्ण बहुमत नहीं

एनडीए के सरकार बनाने पर उन्होंने कहा कि उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है। वे दावा करते हैं कि उनके पास अधिक संख्या है, लेकिन लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया। इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी को पद छोड़ना होगा। वे अब सत्ता संभाल रहे हैं लेकिन लोग उनके खिलाफ हैं, यह बिल्कुल साफ है।

सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले पोस्टरों के साथ उठाई मांग

सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में राहुल-प्रियंका सेना के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन कर किया। उन्होंने कहा कि मैं और सभी कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता भी चाहते हैं कि राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाया जाए. राहुल गांधी लोकसभा में लोकसभा में मोदी जी की गारंटी की पोल लोकसभा में दमदार तरीके से खोल सकते हैं। अगर वो जनता की बात करेंगे तो उन्हें विपक्ष का नेता बनना चाहिए।

राहुल गांधी नहीं तो फिर कौन?

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, अगर राहुल गांधी इस दौड़ से बाहर हो जाते हैं, तो नेता प्रतिपक्ष पद के लिए शशि थरूर, मनीष तिवारी और केसी वेणुगोपाल जैसे उम्मीदवारों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। कांग्रेस संसदीय दल के संविधान के अनुसार, इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता नियुक्त करने करने या ओपन की अनुमति देने का अधिकार है।

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