
नई दिल्ली। दिल्ली-हरियाणा सीमा यानी सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन जारी है। रविवार को हुई किसान संगठनों की मीटिंग में एक बार फिर किसानों ने सरकार को चुनौती दी है। फैसले में कहा कि किसान बुराड़ी नहीं जाएंगे और वहां मौजूद अपने साथियों को वापस बुलाएंगे। अब दिल्ली जाने वाले सभी रास्ते ब्लॉक किए जाएंगे। बुराड़ी में किसानों का एक ग्रुप पहले से ही डेरा डाले हुए है।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि किसान बुराड़ी मैदान पर इक_े हों। इसके बाद उनसे बात की जाएगी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि वे दिल्ली घेरने आए हैं, न तो दिल्ली में घिर जाने के लिए।
यूनियन होम सेक्रेटरी अजय भल्ला ने पंजाब के 32 किसान यूनियनों को जल्दी बातचीत के लिए दिल्ली के बुराड़ी बुलाया है। उन्होंने बताया कि जैसे ही किसान बुराड़ी शिफ्ट होंगे, अगले ही दिन भारत सरकार विज्ञान भवन में किसानों के प्रतिनिधिमंडल और मंत्रियों के बीच चर्चा के लिए तैयार है।

ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमेटी के मुताबिक, अगर सरकार किसानों की मांग को लेकर गंभीर है, तो उन्हें शर्तें रखना बंद करना चाहिए। सरकार को ऐसा सोचना बंद करना चाहिए कि उनके बयान किसानों को एक्ट के फायदों के बारे में स्पष्टीकरण दे सकते हैं। हमारी मांगें स्पष्ट हैं। सरकार समाधान के साथ सामने आए।
किसानों के प्रदर्शन पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के साथ बिना शर्त बात करे। इसमें कोई कंडीशन नहीं लगनी चाहिए। सरकार को बात तुरंत बात करनी चाहिए। किसान हमारे अन्नदाता हैं। वे जहां चाहें, उन्हें बैठने देना चाहिए। वे अपने घरों से कई सौ किमी दूर आए हैं, उनकी परेशानी देखनी चाहिए। वे खुशी से यहां नहीं आए। उन्हें लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने का अधिकार है।
किसानों के काफिले में एक हादसा हो गया। शनिवार देर रात आंदोलन में शामिल एक कार में आग लगने से गाड़ी में सो रहे एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग किसान ट्रैक्टर मिस्त्री था और आंदोलन में शामिल किसानों को फ्री में सर्विस दे रहा था। मृतक की पहचान 65 साल के ट्रैक्टर मिस्त्री जनकराज के रूप में हुई है। वह पंजाब के बरनाला जिले के धनोला गांव का रहने वाला था।