
पश्चिमी राजस्थान मे ढाई गुना से ज्यादा बारिश
जोधपुर। इस बार मानसून राजस्थान के पश्चिमी हिस्से मेंं सबसे ज्यादा मेहरबान है। यही कारण है कि पश्चिम रेगिस्तान में अब तक ढाई गुना अधिक बारिश हो चुकी है। सोमवार से लेकर गुरुवार तक 10 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। कई कॉलोनियों में तो बाढ़ के हालात हो गए। अब भी स्थिति यह है कि लोग घरों में कैद है। इसी बारिश का नतीजा रहा है कि धोरों के रेत के जो कण बूंदों को टपकते ही सोख जाते थे, आज उनका गला भी तर है। धोरों में कई जगह पानी भरा है।
मानसून ट्रेवलर्स टीम जोधपुर से 70 किमी दूर ओसियां में पहुंची तो यह खूबसूरत तस्वीर सामने आई। मानसून ने धोरों की चमक और खूबसूरती कई गुना बढ़ा दी है। धोरों पर भाग्य रेखा की तरह आड़ी-तिरछी खींची पड़ी ये लाइनें पर्यटकों की चहलकदमी के कारण है। यहां हर साल करीब 6-7 लाख पर्यटक पहुंचते हैं और धोरों में जीप, बाइक व कैमल सफारी के अलावा मारवाड़ फेस्टिवल और थर्टी फस्र्ट जैसे कार्यक्रम का आनंद उठाते हैं।

बढ़ते टूरिज्म के कारण ओसियां में कई रिसॉर्ट और होटल बन गए हैं। शॉर्ट टाइम के लिए जोधपुर पहुंचने वाले किसी शख्स के पास रेगिस्तान में घूमने के लिए जैसलमेर तक जाने का समय न हो तो उसकी सभी उम्मीदें यहां पूरी हो जाती हैं। मानसून में बूंदें रेगिस्तान की धरा का आनंद उठाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इस समय भी यहां पहुंच रहे हैं।
4 से 5 दिन में दोबारा एक्टिव होगा मानसून

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी दो से तीन दिन बारिश का दौर थमा रहेगा, लेकिन 4 से 5 दिन बाद मानसून दोबारा एक्टिव होगा। मानसून ट्रफ लाइन उतर की तरफ खिसकने से दक्षिण-पूर्वी जिलों में बारिश का दौर थम गया है। बीते 24 घंटे में अलवर, चूरू, भरतपुर में 2 से 3 इंच पानी बरसा। इसके अलावा बाकी इलाकों में हल्की-मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मानसून अब ब्रेक लेगा। नया मानसून सिस्टम 3 से 4 अगस्त को एक्टिव होने का अनुमान है।
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