श्रीजी का शृंगार कर भक्तों ने मनाया सांझी उत्सव, अधिमास हो चुका है प्रारंभ

अधिमास प्रारंभ होने के साथ ही घरों व मंदिरों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हो गए हैं। इसी क्रम में पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के लखेरापुरा स्थित श्रीजी मंदिर में पूरे माह साल भर के सभी त्योहार मनाए जाएंगे, जिनकी शुरुआत सांझी उत्सव व श्रीकृष्ण को फूल बंगले में विराजमान कर की गई।

यहां फूल-पत्ती, दूर्वा व गुलाल के अलावा कई प्रकृति रंगों से मंदिर में सांझी बनाई गई। जल के अंदर भी विविध प्रकार की सांझी बनाकर उत्सव मनाया। व्यवस्थापक पं. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि सांझी एक विशेष प्रकार की रंगोली है, जिसमें प्रभु की विभिन्न लीलाओं का चित्रण किया जाता है। मान्यता है कि सर्वप्रथम सांझी ब्रज में श्रीराधाजी ने वृषभानजी के आंगन में प्रभु श्री कृष्ण के लिए बनाई थी।

भगवान विष्णु की लीलाओं का किया ऑनलाइन मंचन

पूर्वांचल माहेश्वरी महिला मंडल की प्राची मूंदड़ा ने बताया कि मंडल की ओर से पुरुषोत्तम मास के महत्व और भगवान विष्णु की लीलाओं पर आधारित लघु नाटिका का ऑनलाइन मंचन किया गया।

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