- फैंस को वापसी का बेसब्री से इंतजार
नई दिल्ली
बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने की मिसाल कायम करने वाले दो बार के विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 वर्ष पूरे कर लिये हालांकि इस समय वह क्रिकेट से ब्रेक पर हैं। रांची के इस बेजोड़ क्रिकेटर ने बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में सौरव गांगुली की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। वह सभी प्रारूपों में मिलाकर 17266 रन बना चुके हैं। 38 वर्ष के धोनी ने भारत के लिये 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 खेले हैं। वह विकेट के पीछे 829 बल्लेबाजों को शिकार बना चुके हैं। अपने कैरियर में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके धोनी ने भारत को 2011 विश्व कप जिताया जिसके फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उनका छक्का क्रिकेटप्रेमियों की सुनहरी यादों में शुमार हो चुका है। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में सीमित ओवरों की सबसे सफल टीम बनी। वह तीनों आईसीसी ट्राफी वनडे विश्व कप 2011, टी20 विश्व कप 2007 और चैम्पियंस ट्राफी 2013 जीतने वाले अकेले कप्तान है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट और वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर भी पहुंची।धोनी ने आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स को तीन बार खिताब और दो चैम्पियंस लीग खिताब दिलाये हैं। पिछले कुछ महीने से हालांकि उनके संन्यास को लेकर अटकलें जोरों पर है। भारत के लिये आखिरी मैच उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल खेला था। संन्यास के सवाल पर उन्होंने हाल ही में कहा था कि जनवरी तक मुझसे कुछ मत पूछिये।
2008 में आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर बने थे धोनी
धोनी 2007 में टीम इंडिया के कप्तान बने। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम 2007 टी-20 वल्र्ड कप जीती। 2008 में वे आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर बने। 2010 में भारतीय टीम उनके नेतृत्व में एशिया कप जीती और उसके अगले साल वल्र्ड चैम्पियन बनी। 2013 में इंग्लैंड में भारत ने चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम कर लिया। धोनी वनडे वल्र्ड कप, टी-20 वल्र्ड कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बन गए। उल्लेखनीय है कि धोनी के नेतृत्व में भारत ने 2011 वल्र्ड कप के फाइनल में श्रीलंका को हराया और फैंस के साथ-साथ सचिन का भी सपना पूरा किया।