जर्मनी में प्रवासी भारतीयों का देवनानी से संवाद

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी
  • दोनों देशों की उन्नति, संबंध और राइजिंग राजस्थान में होगी उनकी बेहतर भूमिका

जयपुर। बर्लिन में भारतीय दूतावास में मंगलवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रवासी भारतीयों के साथ सौहार्दपूर्ण और जीवंत संवाद किया। देवनानी के समक्ष प्रवासी भारतीयों ने महत्वपूर्ण सुझाव रखें, जिन पर देवनानी ने संबंधित मंत्रियों से समाधान कराने का आश्वासन दिया। संवाद के दौरान जर्मनी में राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष हरगोविंद सिंह राणा ने राजस्थान में एक ‘भाषा पार्क’ की स्थापना का सुझाव दिया, जहाँ जर्मन भाषा को केंद्र में रखते हुए विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण एवं संवाद की एक नई सांस्कृतिक धारा आरंभ हो सके। उन्होंने रोजगारोन्मुखी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए युवाओं के लिए कौशल विकास और अंतरराष्ट्रीय मानकों वाले प्रमाणन पाठ्यक्रमों को शिक्षा व्यवस्था में जोड़ने का प्रस्ताव भी रखा जिससे प्रवास और रोजगार की दिशा में उनकी तैयारी को गति मिल सके।

दीपक पाटिल ने बर्लिन और भारत के प्रमुख शहरों विशेषकर दिल्ली या मुंबई के बीच सीधी उड़ान की आवश्यकता को रेखांकित किया ताकि प्रवासी भारतीयों, छात्रों और व्यवसायिक यात्रियों को सीधा और सुविधाजनक संपर्क मिल सके। इस संवाद में उद्यमिता की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। कमल मान ने बताया कि जर्मनी में बसे पंजाबी उद्यमी राजस्थान में निवेश करने को इच्छुक हैं और इसके लिए वे राज्य सरकार से मार्गदर्शन, पारदर्शिता और सुविधाओं की अपेक्षा रखते हैं। देवनानी से शैलजा पाटिल ने वीज़ा नियमों के मानवीय पक्ष को रेखांकित करते हुए आग्रह किया कि जर्मनी में बसे भारतीयों के माता-पिता के लिए दीर्घकालिक वीज़ा की सुविधा सुनिश्चित की जाए, जिससे परिवार एक साथ लंबे समय तक रह सकें और पारिवारिक मूल्यों की गरिमा बनी रहे।

गोपीनाथ ने बर्लिन में भारतीय समुदाय द्वारा बनाए जा रहे श्री गणेश मंदिर का उल्लेख करते हुए भारत सरकार से सांस्कृतिक समर्थन की अपेक्षा जताई ताकि विदेशों में भारतीय संस्कृति की उपस्थिति और अधिक सुदृढ़ हो सके। वासुदेव देवनानी ने धैर्य और संवेदनशीलता के साथ सभी सुझावों को सुना और आश्वासन दिया कि इन सभी विषयों को वे संबंधित मंत्रालयों और विभागों के समक्ष गंभीरता से प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय भारत के सच्चे सांस्कृतिक प्रतिनिधि हैं और उनकी सोच, अनुभव एवं दृष्टिकोण से न केवल राज्य, बल्कि देश समृद्ध होता है।

देवनानी ने बर्लिन मेयर कार्यालय और स्टेट असेंबली का किया अवलोकन

इससे पूर्व राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को जर्मनी प्रवास के दौरान बर्लिन में महापौर के कार्यालय एवं जर्मन स्टेट असेंबली का अवलोकन किया। बर्लिन महापौर को वहां “रेजीरेंडर बर्गोमास्टर” कहा जाता है। देवनानी को बर्लिन मेयर ने बताया कि बर्लिन की स्टेट असेंबली का भवन न केवल बर्लिन की प्रशासनिक शक्ति का प्रतीक है अपितु आधुनिक लोकतंत्र की उत्कृष्ट कार्यप्रणाली का जीवंत उदाहरण भी है। इस अवसर पर देवनानी ने बर्लिन की कार्यकारी प्रणाली, लोकतांत्रिक स्वरूप एवं डिजिटल गवर्नेंस की बारीकियों को निकटता से देखा और उसकी पारदर्शिता व सुगठित व्यवस्था की प्रशंसा की।

उन्होंने बर्लिन सीनेट के प्रशासनिक तंत्र और जनहित नीतियों के क्रियान्वयन मॉडल को “संगठित लोकतंत्र की उत्कृष्ट अभिव्यक्ति” बताया। देवनानी ने बर्लिन प्रशासन को उनके सशक्त नेतृत्व और नवाचार पर आधारित प्रणाली के लिए बधाई दी और कहा कि यह यात्रा “एक विचारशील लोकतंत्र से दूसरे विचारशील लोकतंत्र की यात्रा थी, जहाँ अनुभव, संवाद और प्रेरणा का अनमोल संगम हुआ।” इस मौके पर राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा भी मौजूद रहे।