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कनवास में ऊर्जा मंत्री की उप खंड स्तरीय जनसुनवाई
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जनसुनवाई में 168 परिवाद हुए पंजीकृत
कोटा। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने रविवार को कोटा एसडीएम कार्यालय, कनवास में उपखंड स्तरीय जनसुनवाई की। जनसुनवाई में बड़ी संख्या में लोग परिवेदना लेकर पहुंचे। जनसुनवाई में पीडब्ल्यूडी, राजस्व, पंचायतीराज, नहरी तंत्र विभाग समेत सड़क, शमसान, बिजली और खेतों के रास्ते देने संबंधी 168 परिवाद प्राप्त हुए। जिन पर ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को बुलाकर जवाब मांगा। जन सुनवाई में आंवा के ग्रामीण खेतों के रास्ते को लेकर ऊर्जा मंत्री से मिले। वहीं आवां तालाब के पीछे खेत का रास्ता छुड़वाने तथा कनवास के कोलानी गांव में खेतों के लिए रास्ता देने की मांग की। नागर ने खेतों के रास्ते के मामले में एसडीएम और तहसीलदार को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि खेतों का रास्ता राज्य सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है। इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि परंपरागत रास्तों को रिकॉर्ड में दर्ज करने में तेजी लाई जाए। इस अवसर पर पिछली जनसुनवाई में दर्ज किए गए रास्ता खोलने से जुड़े एक परिवाद का अभी तक निस्तारण नहीं होने पर राजस्व से जुड़े अधिकारियों को फटकार लगाई।
नागर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता से संवेदनशील होकर शालीनता से उनकी बात सुनने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि हम सभी जनता के सेवक हैं, मालिक नहीं। अधिकारी समस्या का निस्तारण होने के अंतिम पड़ाव तक मॉनिटर करें। जनता को राहत दिलाना राज्य सरकार का उद्देश्य है। नागर ने कहा कि आदर्श स्थिति तो तब होगी जब जनसुनवाई के शिविर में एक भी व्यक्ति परिवाद लेकर नहीं पहुंचे। सभी की समस्याएं रूटीन प्रक्रिया से ही हल हो जाएं और किसी को चक्कर नहीं काटना पड़े। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि जनता की सेवा के लिए ईश्वर ने आपकी कलम में ताकत दी है, आमजन के कल्याण के लिए इसका उचित उपयोग करें। इससे गरीब व्यक्ति आपको दुआ देगा।
जनसुनवाई में कॉलेज छात्रों ने राजकीय महाविद्यालय कनवास में पीजी परीक्षा का केन्द्र खोलने की मांग। वहीं टोल प्लाजा बांस्याहेड़ी पर स्थानीय चौपहिया वाहनों को टोल टैक्स से मुक्ति दिलाने, नरेगा श्रमिकों की ओर से कार्ड बनवाने, नर गोवंश के लिए अभयारण्य घोषित करने की मांगों को लेकर परिवाद दिए गए। ग्राम मदारिया के लोगों ने स्वीकृत उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू करने और गांव में सामुदायिक भवन बनाने की मांग की। किसानों ने सावन भादो डेम का गेट खराब होने की शिकायत की। उन्होंने कहा कि साल भर होने के बावजूद भी डेम का गेट नहीं लग पाया है। कनवास मण्डल अध्यक्ष सत्यवान नागर ने कहा कि डेम से हजारों बीघा जमीन सिंचित होती है, लेकिन रखरखाव के अभाव में परंपरागत रास्ता खराब हो गया है। डेम पर जाने के लिए वन विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है। ऐसे में परंपरागत रास्ते को खुलवाया जाए। उन्होंने कहा कि 1000 बीघा जमीन का रास्ता खाल पर होकर गुजरता है। ऐसे में, उस खाल पर पुलिया बनवाई जाए। ग्राम कालिया खेड़ी के ग्रामीणों ने शमशान के रास्ते पर अतिक्रमण हटाने की मांग की। नागर ने पूर्व के शमशान को ही रास्ता देकर बनवाने के निर्देश दिए।
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