
जयपुर । जिला कलक्टर डाॅ.जोगाराम ने गुरूवार को जयपुर के विभिन्न इलाकों का दौरा कर धारा 144 की पालना, जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन की आपूर्ति एवं किराना दुकानों पर आवश्यक सामान की आपूर्ति का जायजा लिया।
डाॅ.जोगाराम ने अपने दौरे में खातीपुरा, 200 फीट बाइपास, वैषाली, न्यू सांगानेर रोड, सांगानेर, टोंक रोड, जवाहर लाल नेहरू मार्ग, परकोटे का बाहरी क्षेत्र, खासाकोठी क्षेत्र का निरीक्षण किया।
डाॅ.जोगाराम ने आपूर्ति का जायजा लिया
इस दौरान झोटवाड़ा खातीपुरा में दुकानदार द्वारा आटे एवं कुछ सामग्री की कमी की षिकायत पर मौके पर ही आपूर्तिकर्ता फर्म को पाबन्द कर आपूर्ति सुनिष्चत करवाई गई। यहां ग्राहकों के लिए उचित दूरी पर मार्किंग एवं व्यवस्थाएं की गई थीं।
झाड़खण्ड मोड पर खुले में रहे परिवारों से भोजन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताय कि जिला प्रषासन से खाना मिल गया था।
खाना बनाने की व्यवस्था होने केे कारण जिला कलक्टर ने इन परिवारों को सूखी खाद्य सामग्री उपलब्ध करवान के साथ चल रहे अधिकारियों को निर्देश दिए। एक बार सामग्री देने के बाद 10 दिन बाद फिर सामग्री देने के लिए भी निर्देशित किया।
यहां गांधी पथ के खुले मैदान में कई तम्बुओं में निवास कर रहे लोगों सें भी खाने के बारे मे पूछने पर उन्होंने भी सूखा राषन लेने की इच्छा जताई।
पाली जिले से मजदूरी के लिए ये लोग यहाँ कई दशकों से रह रहे हैं। जिला कलक्टर ने इनको एक दूसरे से और दूसरे लोगों से दूरी बनाए रखने को कहा।
उन्होंने जेकेलोन अस्पताल के बाहर बने रेन बसेरे के समीप रिक्षा संचालकों एवं खुले में रहने वालों से भी बातचीत और भोजन के बारे में पूछा जिन्होंने भोजन को लेकर कोई समस्या नहीं होने की बात कही।
जिला कलक्टर के साथ इस दौरान प्रषिक्षु आईएएस उत्साह चैधरी, षिल्पा सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय पुरूषोत्तम शर्मा, चतुर्थ अषोक कुमार, एसडीएम युगान्तर शर्मा एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कच्ची खाद्य सामग्री के पेकेट्स तैयार करने के कार्य का निरीक्षण
जिला कलक्टर ने दौरे से पूर्व जिला कलेक्ट्रट में ही तैयार किए जा रहे सूखी सामग्री पैकेट्स का अवलोकन किया। जिला प्रशास द्वारा करीब 2 हजार पैकेट्स जनसहयोग से जरूरतमंदों को निःशुल्क वितरण हेतु तैयार कराए गए हैं।
जयपुर एसडीएम युगान्तर शर्मा ने बताया कि हर पैकेट में पांच किलो आटा, एक किलो चावल, एक किलो नमक, एक किलो दाल, आधा लीटर तेल, हल्दी-जीरा-मिर्ची सौ-सौ ग्राम एवं एक साबुन दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जिनको लाॅकडाउन के कारण भोजन की समस्या है लेकिन सामग्री उपलब्ध होने पर वे उसे पकाकर उपयोग ले सकते हैं, उन्हें यह प्रदान किया जाएगा।