
दिवाली मनाने जा रहे थे घर, मृतकों में ज्यादा संख्या यूपी की
रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा के नजदीक नेशनल हाईवे-30 पर शुक्रवार रात भीषण हादसा हो गया। बस और ट्रेलर की टक्कर में यूपी के 15 यात्रियों की मौत हो गई। 40 से ज्यादा यात्री घायल हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी, तब जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
हादसा शुक्रवार की रात 11.30 बजे रीवा से 70 किमी दूर सोहागी पहाड़ी पर हुआ। चश्मदीदों के मुताबिक, बस पहाड़ से नीचे उतरते वक्त ट्रेलर से जा टकराई। हादसे के वक्त बस की रफ्तार काफी तेज थी। बस हैदराबाद से गोरखपुर जा रही थी। इसमें 55 से ज्यादा लोग सवार थे। मरने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं। सभी मजदूर हैं। ये दीपावली मनाने अपने घर लौट रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शी बोला-मेरी कार के बगल से निकली थी बस और हादसा हो गया

सागर से प्रयागराज जा रहे प्रत्यक्षदर्शी शिवा शुक्ला ने बताया, मैं रात में सागर जिले से अपनी कार से लौट रहा था। हादसे वाली जगह ही मैंने कार खड़ी की। कार के ठीक बगल से बस निकली। थोड़ी ही दूर आगे जाने के बाद जोरदार धमाका सुनाई दिया। बहुत तेज आवाज आई। देखते ही देखते बस के अंदर से चीख-पुकार सुनाई देने लगी। मैंने तुरंत अपने एक परिचित को कॉल किया। उन्होंने ही पुलिस को हादसे की सूचना दी। करीब एक घंटे बाद मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे लोगों को निकाला जाने लगा था। पुलिस के पहुंचने के बाद खून से लथपथ लोगों को एक-एक कर बाहर निकाला गया। बस में ड्राइवर की केबिन में बैठे लोगों में कोई हरकत नहीं हो रही थी। चारों तरफ अंधेरा था, ऐसे में यह बता पाना मुश्किल है कि ड्राइवर बस में था या हादसे के बाद भाग निकला।
शवों को जेसीबी से निकाला गया
हादसा इतना भीषण था कि 4 से ज्यादा लोग बस के अगले हिस्से में फंस गए। इनके शवों को जेसीबी से काटकर बाहर निकाला गया। ज्यादा नुकसान बस के अगले हिस्से में हुआ। रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि बस के अगले हिस्से को ज्यादा नुकसान हुआ। रफ्तार ज्यादा होने से यह ट्रेलर में घुस गया। इससे बस के केबिन और फ्रंट सीट पर बैठे यात्रियों की मौत हुई है। 40 घायल यात्रियों को संजय गांधी अस्पताल (रीवा) भेजा गया है। कुछ को त्योंथर अस्पताल ले जाया गया।
उधर, एसपी नवनीत भसीन ने बताया, ट्रेलर के सामने का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है। ऐसे में आशंका है कि ट्रेलर भी आगे जा रहे वाहन से टकराया होगा। ट्रेलर ड्राइवर ने अचानक से ब्रेक लगाए होंगे, इतने में पीछे से आ रही बस उसमें घुस गई। ट्रेलर के ड्राइवर और क्लीनर मौके से फरार हो गए हैं। हालांकि, हादसे की वजह का पता नहीं चला है।
सभी शव बिना शिनाख्त ही भेजे जाएंगे
प्रयागराज के मेजा सीओ विमल कुमार मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई है। करीब 15 एंबुलेंस से शवों को प्रयागराज ले जाने की तैयारी हो रही है। जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है, उनकी अंगुलियों का स्कैन करके आधार कार्ड के माध्यम से पहचान करने की कोशिश की जाएगी। 12 यात्रियों की मौत तो मौके पर ही हो गई थी, क्योंकि उनकी नब्ज नहीं चल रही थी। हालांकि सभी को अस्पताल भेजा गया, जहां मृत होने की पुष्टि डॉक्टरों ने की। वहीं दो यात्रियों की मौत रीवा के त्योंथर अस्पताल और एक यात्री की मौत रीवा के संजय गांधी अस्पताल में हुई। बस के ड्राइवर की हादसे में हो चुकी है। मरने वालों में ज्यादातर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रहने वाले थे। वीडियो कॉल पर बलरामपुर के लोगों को शव दिखाकर पहचान की जा रही है।
अभी तक मात्र 4 शवों की पहचान हो सकी है-
1. राजू अंसारी पिता मोहम्मद सफी उम्र 30 वर्ष निवासी उतसैला, जिला बलरामपुर
2. मोहम्मद करीम उर्फ लल्लू पिता मोहम्मद वसीम उम्र 40 वर्ष, निवासी गांधीनगर, बलरामपुर (बस ड्राइवर)
3. करन अली, मिलाप अली, बलरामपुर, यूपी
4. सुनील कुमार पुत्र सतीश कुमार, महाराजगंज, यूपी
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