
समय पर नहीं चेते तो लग सकती है मोटी चपत
कार के सबसे जरूरी ऑयल्स में से एक होता है इंजन ऑयल। न केवल ये आपकी गाड़ी के इंजन को गर्म होने से रोकता है बल्कि ये कोरोजन को भी नहीं होने देता है। इसके चलते आपकी कार का इंजन हेल्दी और लंबे समय तक चलता है।

ज्यादातर लोगों का ये मानना है कि इंजन ऑयल की लाइफ कार के चलने पर डिपेंड करती है लेकिन ये धारणा बिल्कुल गलत है. इंजन ऑयल की एक एक्सपायरी डेट भी होती है। इसके बाद यदि आप कार को उसी इंजन ऑयल में चलाते हैं तो इंजन सीज हो सकता है। ज्यादातर ये माना जाता है कि कार के इंजन ऑयल की लाइफ 10 से 15 हजार किमी. की होती है। ये सही भी है लेकिन कुछ लोग जिनकी कार काफी कम चलती है वे सालों तक इंजन ऑयल को नहीं बदलवाते। ऐसे में इंजन ऑयल खराब हो जाता है और कार ड्राइव करने से इंजन को नुकसान पहुंचता है।
क्या इंजन ऑयल भी एक्सपायर होता है

बहुत सारे लोग इस बात से अनजान हैं कि इंजन ऑयल की भी एक तय उम्र सीमा होती है। इंजन ऑयल भी एक समय के बाद एक्सपायर हो जाते हैं। अमूमन इसकी उम्र 2 से 5 साल के बीच होती है। इससे ज्यादा इसे यूज नहीं करना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में वाहन के इंजन को क्षति पहुंच सकती है। वहीं अगर आप इंजन में ऑयल बदल रहे हैं तो उस समय भी उसके उत्पादन और उपयोग की अंतिम तिथि जांच लें। ज्यादा पुराना इंजन ऑयल खरीदने से बचने में होशियारी है।
एक्सपायर इंजन ऑयल को कैसे पहचानें

इंजन ऑयल को कब बदलना है, यह जानना बहुत जरूरी है। कुछ इंडिकेशन हैं जिनकी मदद से आप ये जान पाएंगे कि इंजन ऑयल किस स्थिति में है। सबसे पहले आपको कुछ ऑयल इंजन के बाहर निकालना होगा। ब इसे गौर से देखें,एक्सपायर्ड तेल अपने पारदर्शी और हल्के रंग के दिखने की तुलना में काला दिखने लगता है। कभी-कभी तो तेल से भी बदबू आने लगती है और इसके चलते इंजन से बहुत सारा धुआं निकलने लगता है।
कितनी होती है लाइफ
आमतौर पर इंजन ऑलय की लाइफ 2 से 5 साल तक होती है. यदि आपकी गाड़ी 10 से 15 हजार किमी. किसी कारण से इतने समय में नहीं चलती है तो इंजन ऑयल को तुरंत बदलवाना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर कार को स्टार्ट करने के दौरान ही इंजन सीज हो सकता है. इंजन ऑयल खरीदने के दौरान भी आपको उसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी को चेक करना चाहिए।
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