
इडली को कई लोग बड़े चाव से खाते हैं, लेकिन बिना सोचे-समझे यह मान लेते हैं कि यह साउथ इंडिया की ही देन है। ऐसे में, क्या हो अगर हम आपसे कहें कि आपकी यह पसंदीदा, नरम-मुलायम इडली असल में दक्षिण भारत से है ही नहीं? जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा! इडली का सफर जितना लंबा और दिलचस्प है, उतना ही चौंकाने वाला भी। इस आर्टिकल में हम आपके लिए इडली के ऐसे दिलचस्प इतिहास को खंगालने वाले हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
कहां से आई इडली?

इतिहासकारों और फूड एक्सपट्र्स का मानना है कि इडली की शुरुआत इंडोनेशिया में हुई थी। चौंक गए ना? माना जाता है कि 800 से 1200 ईस्वी के दौरान, इंडोनेशिया में केडली नाम की एक डिश काफी पॉपुलर थी, जो काफी हद तक हमारी आज की इडली जैसी ही थी। इंडोनेशिया में चावल और फर्मेंटेशन के प्रोसेस का इस्तेमाल खाने में काफी होता था।
अरब देश से आई इडली
कुछ थ्योरीज यह भी कहती हैं कि यह डिश अरब देशों से आई है। अरब व्यापारी भारत आते-जाते रहते थे और वे अपने साथ खमीर उठाने की तकनीक लाए। चूंकि, इस्लाम में हलाल मीट खाया जाता था, तो उन्होंने चावल को दाल के साथ मिलाकर खमीर उठाने की प्रक्रिया सीखी और इडली जैसी कोई चीज बनाई, जो भारत में आकर और विकसित हुई।