अरोमाथेरेपी करने से मिलेगा योग और मेडिटेशन का ज्यादा फायदा

अरोमाथेरेपी
अरोमाथेरेपी

अपनी दिनचर्या में योग को शामिल कर आप कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं। योग महज मोटापा या वजन ही कम नहीं करता, बल्कि यह शरीर को लचीला और अंदर से मजबूत बनाता है। रोजाना 30 से 40 मिनट योग करने से आप ओवरऑल बॉडी को फिट रख सकते हैं, लेकिन अगर आप अपने योग सेशन को और ज्यादा असरदार बनाना चाहते हैं, तो इसमें अरोमाथेरेपी को भी शामिल करें। जहां योग शारीरिक लाभ पहुंचाता है, वहीं अरोमाथेरेपी मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है। आइए जानते हैं कैसे।

अरोमाथेरेपी क्या है?

अरोमाथेरेपी
अरोमाथेरेपी

अरोमाथेरेपी में प्लांट्स से बने ऑयल्स और उनकी खुशबू का इस्तेमाल होता है। इनकी भीनी-भीनी खुशबू मन को शांत करने के साथ तनाव कम करती है। योग के दौरान ऐसी खुशबू ध्यान लगाने में भी मदद कर सकती है।

योग में अरोमाथेरेपी का महत्व

अरोमाथेरेपी
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योग और अरोमाथेरेपी का मिलाजुला असर बहुत फायदेमंद हो सकता है। सही खुशबू चुनकर योग अभ्यास को और भी ज्यादा बेहतर बना सकते हैं।

मेडिटेशन में मददगार अरोमाथेरेपी के ये एसेंशियल ऑयल्स

1. लैवेंडर
लैवेंडर की सुगंध से स्ट्रेस दूर होता है और मन शांत होता है। यह एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करती है। योग करते समय लैवेंडर तेल का इस्तेमाल करें।

2. यूकेलिप्टस
यूकेलिप्टस की खुशबू से बंद गले और खांसी की समस्या को ठीक करने में मदद मिलती है। योग के दौरान रिलैक्स होने के लिए और योग के बाद शरीर के दर्द वगैरह को कम करने में इसका ऑयल बेहद असरदार है।

3. पेपरमिंट
पेपरमिंट की ताजगी मन को शांत और रिलैक्स करती है और एकाग्रता बढ़ाती है, जिससे मेडिटेशन की प्रक्रिया को देर तक बिना किसी बाधा के किया जा सकता है और ज्यादा से ज्यादा फायदे उठाए जा सकते हैं।

4. रोजमेरी
रोजमेरी की खुशबू से मेमोरी पावर बढ़ती है और दिमाग शांत होता है। जिससे ध्यान लगाना आसान होता है।

5. सैंडलवुड
चंदन की सुगंध से शांति मिलती है और दिमाग में चल रही कई तरह की परेशानियां के बावजूद तनाव की समस्या नहीं होती। योग और अरोमाथेरेपी का मेल योगाभ्यास को बेहतर और असरदार बना सकता है, तो अगली बार योग के दौरान अरोमाथेरेपी का इस्तेमाल करें और फिर देखें इसके फायदे।

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