तरबूज का लाल रंग देख ना खुश, ये नकली भी हो सकता है, ऐसे करें पहचान

तरबूज
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गर्मियों की बहार तरबूज इन दिनों बाजारों में खूब बिक रहे हैं। दामों में भी कम और फायदे और ठंडक देने के नाम पर नंबर वन इस फल की डिमांड इन दिनों कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। गर्मियों में शरीर को ठंडा और हाइड्रेट रखने के लिए तरबूज एक बेहतर विकल्प माना जाता है। यह एक ऐसा फल है जिसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है। इसमें पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, आयरन, कैल्शियम, जिंक, फाइबर, नियासिन, आयरन, विटामिन-ए, बी, सी और लाइकोपीन जैसे कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये शरीर को चुस्त- दुरुस्त रखने का काम करते हैं। तरबूज गर्मियों के लिए रामबाण है। इसे खाने से शरीर हाइड्रेट तो रहता ही है, इसी के साथ सेहत को अन्य कई लाभ भी मिलते हैं। लाल-लाल, रसीले तरबूज देखकर किसी का भी मन करता है कि इसे काटें और खा लें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ दुकानदार और व्यापारी इन तरबूजों को और भी लाल और आकर्षक दिखाने के लिए उनमें रंग मिला देते हैं? यह रंग नुकसानदायक होता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। तरबूज का लाल रंग देख ना खुश, ये नकली भी हो सकता है, ऐसे करें पहचान

ऐसे करें जांच

तरबूज
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सबसे पहले एक सफेद रंग का साफ रुमाल, टिशू पेपर या कपड़ा लें। अब तरबूज के अंदर के लाल भाग को काटें और उस पर यह सफेद कपड़ा हल्के से रगड़ें। अगर उस कपड़े पर गुलाबी या लाल रंग का निशान आ जाए, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि तरबूज में ‘एरिथ्रोसिन’ नाम का लाल रंग मिलाया गया है। अगर कपड़े पर कोई रंग नहीं आता है, तो इसका मतलब तरबूज नेचुरल है और उसमें कोई मिलावट नहीं की गई है।

एरिथ्रोसिन क्या है?

एरिथ्रोसिन एक केमिकल रंग है जिसे कई बार खाने-पीने की चीजों में इस्तेमाल किया जाता है ताकि वो ज्यादा चमकदार और स्वादिष्ट दिख सके। हालांकि ये रंग सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। लगातार मिलावटी चीजें खाने से लिवर डैमेज, और एलर्जी जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

ध्यान रखें ये बातें

जागरुक रहें।
फलों को काटकर ही खरीदें।
जांच करने के बाद ही खाएं।
छोटे बच्चों और बुजुर्गों को मिलावटी चीजों से ज्यादा खतरा होता है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
किसी फल का रंग ज्यादा चमकदार और असामान्य लगे, तो उसमें कुछ गड़बड़ हो सकता है।

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