भूलकर भी ना चबाएं नाखुन, हो सकते हैं ओनिकोफेगिया का शिकार

नाखून चबाने के नुकसान
नाखून चबाने के नुकसान

नाखून चबाना स्ट्रेस की निशानी है, लेकिन ये आदत आपके नाखूनों के साथ-साथ आपके दांतों को भी नुकसान पहुंचाती है। आमतौर पर बच्चों को ऐसा करते देखा गया है और एक्सपर्ट इसे जेनेक्टिक्स से भी जोडक़र देख रहे हैं। इस आदत को कुछ ट्रिक्स की मदद से छुड़ाया जा सकता है, आइए जानते हैं उन ट्रिक्स को।

क्यों होती है नाखुन चबाने की आदत?

नाखून चबाने के नुकसान
नाखून चबाने के नुकसान

नाखून चबाना किसी न किसी प्रकार के स्ट्रेस की ओर इशारा करता है। वैज्ञानिकों ने इस आदत को एक नाम दिया है- ओनिकोफेगिया। आखिर लोग नाखून क्यों चबाते हैं, खासकर बच्चे और टीन्स। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर बच्चे के माता या पिता को नाखून चबाने की आदत रही है, तो बच्चों में भी ये आ सकती है। कई बार बोर होने, भूख का एहसास होने या असुरक्षा महसूस होने पर भी लोग ऐसा करते हैं।

क्यों नहीं चबाना चाहिए नाखून

इससे आपके नाखून आड़े-टेढ़े तरीके से बढ़ते हैं और दिखने में भद्दे लगते हैं। नाखूनों के आस-पास के टिशूज भी डैमेज हो सकते हैं।
लगातार नाखून चबाते रहने से आपके दांतों में क्रैक आ सकता है, वे टूट भी सकते हैं। लंबे समय तक नाखून चबाने की आदत मसूड़ों को भी परेशानी दे सकती है।
हमारे हाथ कीटाणुओं का घर होते हैं और नाखून उनके छिपने की सबसे पसंदीदा जगह होती है। जब आप दिन में कई बार अपनी उंगलियां मुंह में डालते हैं, तो उन कीटाणुओं की वजह से आपके बीमार पडऩे का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं नाखूनों के आस-पास डैमेज स्किन से भी कीटाणु आसानी से आपकी बॉडी में घुस सकते हैं।

इस तरह आदत से पा सकते हैं छुटकारा

अपने नाखूनों को हमेशा ही छोटे रखें। इससे आप उन्हें दांत से नहीं काट पाएंगे।
नाखूनों के ऊपर कोई ऐसा फ्लेवर लगाएं, जो आपको बिल्कुल पसंद ना हो।
मेनीक्योर कराते रहें, इससे आप अपने नाखूनों को चबाने से खुद को रोकेंगे।
ऐसी क्या चीज है जो आपको नाखून चबाने के लिए ट्रिगर करती है, उस कारण का पता लगाएं।
अपने हाथों को स्ट्रेस बॉल, पेन जैसी चीजों से व्यस्त रखने की कोशिश करें।

किन्हें होती है ओनिकोफेगिया की शिकायत

अगर कोई अपने नाखून चबाने की आदत को कुछ ट्रिक्स की मदद से नहीं छोड़ पा रहा है, उन्हें ओनिकोफेगिया की शिकायत हो सकती है। ये आदत अपने आप नहीं जाती है, लेकिन लगातार प्रयास और केयर से इसे ठीक किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में इन तरीकों से नाखून चबाने की आदत छुड़ाई जा सकती है।

बिहेवियरल थैरेपी
सेल्फ-केयर
सोशल सपोर्ट
किसी प्रकार का साइकेट्रिक डिसऑडर होने की स्थिति में उसका उपचार

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