डॉ. रघु शर्मा पर राहुल गांधी के बढ़ते विश्वास से उन्हें पॉवरफुल और अपकमिंग ब्राह्मण नेता के रूप में देखा जा रहा है

शर्मा के आमंत्रण पर राजस्थान हाउस पहुंच राहुल गांधी ने लंच कर सबको चौंकाया

राजनैतिक पंडित मान रहे है रघु शर्मा को भावी पीसीसी अध्यक्ष और प्रदेश की राजनीति का नया शक्ति केंद्र

दैनिक जलतेदीप, नई दिल्ली

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को अचानक नई दिल्ली में राजस्थान हाउस पहुंचे और गुजरात के प्रभारी, राजस्थान के चिकित्सा-स्वास्थ्य तथा सूचना-जनसम्पर्क मन्त्री डॉ. रघु शर्मा एवं गुजरात के नेताओं के साथ लंच कर सबको चौंका दिया।

वाक्या इस तरह हुआ कि डॉ. रघु शर्मा ने गुजरात और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के लिए लंच का आयोजन किया था। उन्होंने राहुल गांधी को भी इसमें आमंत्रित किया था। बाद में उनकी इसमें भाग लेने की हामी भी भरवाकर अपनी राजनीतिक कौशलता का परिचय दिया। डॉ. रघु शर्मा की दिल्ली यात्रा का मक़सद गुजरात के प्रभारी के रूप में कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं के साथ दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात कर गुजरात में अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के संबंध में रणनीतिक चर्चा करना था।

इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और अन्य नेतागण भी मौजूद रहे। उच्च पदस्थ सूत्र बताते हैं कि तीन घंटे तक चली यह बैठक औपचारिक माहौल में हुई। रघु शर्मा ने विश्वास की छलांग लगाते हुए राहुल गांधी को दोपहर के भोजन पर राजस्थान हाउस आने के लिए आमंत्रित किया। हैरान करने वाली बात यह रही कि राहुल ने तुरंत यह कहते हुए निमंत्रण स्वीकार कर लिया, कि ओके, मैं वहां रहूंगा। फिर अपनी बात पर खरा उतरते हुए राहुल ने रघु शर्मा को इंतजार नहीं कराया और समय पर राजस्थान हाउस पहुंच गए जहां रघु शर्मा ने पुष्प गुच्छ से उनका स्वागत किया।

गुजरात पर हुई बैठक के दौरान भी रघु शर्मा राहुल के बगल में ही बैठे दिखे। इसके अलावा, दोपहर के भोजन के दौरान भी दोनों ने एक साथ राजस्थानी व्यंजनों जैसे बेसन गट्टा और अन्य स्वादिष्ट राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद चखा। इन दिनों डॉ. रघु शर्मा के प्रति राहुल गांधी का बढ़ता विश्वास और भरोसा बढऩा इस बात को दर्शाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश में राष्ट्रीय संगठन में कोई पद नहीं होने के बावजूद उन्हें पार्टी के गुजरात प्रभारी की महत्वपूर्ण जि़म्मेदारी सौंपी गई है।

राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, रघु शर्मा की गुजरात प्रभारी के रूप में पदोन्नति पायलट खेमे के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि रघु शर्मा सार्वजनिक रूप से गहलोत का समर्थन कर चुके हैं। गहलोत खेमे को भी इस बात का सन्तोष है कि रघु शर्मा अब राहुल गांधी के निकट रहकर गहलोत के पक्ष को और अधिक मज़बूत कर सकते हैं। राहुल गांधी पिछले कुछ समय में ही रघु शर्मा की क्षमता से प्रभावित दिखाई दे रहे हैं जिस कारण कुछ ही दिनों में पार्टी को गुजरात में एक मजबूत इकाई के रूप में लाने का काम किया है। राहुल गांधी शुक्रवार को गुजरात के नेताओं को एकजुट करने में उनकी भूमिका निभाने के तरीके से भी वे बेहद प्रभावित और आश्वस्त दिखाई दिए। आने वाले दिनों में रघु शर्मा के नेतृत्व में गुजरात कांग्रेस एक बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित करने जा रही है।

इधर रघु शर्मा की जन्म कुंडली के सितारों के बारे में ज्योतिषियों से परामर्श कर रहे कतिपय नेता उस रहस्य को जानने में जुटे हैं कि रघु शर्मा ने राजनीतिक सीढ़ी पर इतनी ऊंची छलांग कैसे लगाई है। नेताओं द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा है कि क्या रघु शर्मा राजस्थान में राजनीति की एक नई कहानी लिखेंगे ? साथ ही आने वाले समय मे उन्हें राजस्थान पीसीसी का प्रमुख भी बनाया जा सकता है? क्योंकि ये नेतागण उन्हें अब इन दिनों प्रदेश की राजनीति में एक नये शक्ति केंद्र और अपकमिंग ब्राह्मण नेता के रूप में देख रहे हैं। हालांकि इसके पीछे छुपे गूढ़ रहस्य को गहलोत की राजनीतिक जादूगरी जानने वाले लोग ही भलीभांति समझ पा रहे हैं कि किस प्रकार गहलोत के नज़दीकी अधिकारी कुछ वर्षों पहले सोनिया गांधी की टीम का हिस्सा बने थे और अब डॉ. रघु शर्मा राहुल गांधी की टीम में शामिल हो रहे हैं…..!