दुबई में निवेशकों को आकर्षित कर रहा है राजस्थान

राजस्थान फाउंडेशन और रीको के माध्यम से हो रही है कई बड़े निवेशकों से वन टू वन मीटिंग

दुबई एक्सपो में हुआ राजस्थान पैवेलियन का उद्घाटन राज्य प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों को किया आमंत्रित

दैनिक जलतेदीप, दुबई

दुबई एक्सपो में राजस्थान पैवेलियन के उद्घाटन के साथ ही दुबई में निवेशकों को राजस्थान में उद्योग लगाने के लिये आकर्षित करने के लिये राजस्थान से आया प्रतिनिधि मंडल जोर शोर से कार्य कर रहा है। राजस्थान फाउंडेशन और रीको के माध्यम से दुबई ओबेरॉय होटल में दुबई के कई बड़े निवेशकों के साथ वन टू वन मीटिंग्स का दौर जारी है। यूडीएच मन्त्री शान्ति धारीवाल, उधोग मंत्री परसादी लाल मीणा, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव, राजीव अरोड़ा, रीको की ई डी रुकमणि रायर खुद सीधे तौर पर निवेशकों के साथ बातचीत कर हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दे रहे है।

प्रतिनिधि मंडल का फोकस आगामी जनवरी में होने वाले इन्वेस्टमेंट सम्मिट में निवेशकों के प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की दशा में है। पिछली सरकार और अन्य प्रदेशों की सरकारों द्वारा केवल mou कर आंकड़े दिखाने से ज्यादा मुख्यमंत्री गहलोत की मंशा के अनुरूप प्रत्यक्ष और धरातल पर उतरने वाले प्रोजेक्ट को हर संभव मदद का और पहली बार नेगोशिएशन का आश्वासन मिल रहा है।

एक के बाद एक हो रही मीटिंग से माना जा रहा है कि दुबई से अच्छा निवेश राजस्थान को मिलने वाला है।

राजस्थान रियल एस्टेट और पर्यटन में निवेश के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन: शांति धारीवाल

इससे पहले दुबई एक्सपो के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राज्य प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों को राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। साथ ही, राजस्थान में औद्योगिक विकास और निवेश की संभावनाओं को देखने के लिए 24 और 25 जनवरी, 2022 को होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान में भी आंमत्रित किया।

इस उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राजस्थान पर्यटन में निवेश के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन है। साथ ही, रियल एस्टेट, मेडिकल, शिक्षा और कृषि से संबंधित निवेश की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी जयपुर सहित जोधपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर और उदयपुर सहित सभी शहरों में विकास कार्य तेजी से हो रहें हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कई नई नीतियां बनाई हैं और विभिन्न कानूनों का सरलीकरण किया गया है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस को ध्यान में रखते हुए उद्योगों से संबंधित विभिन्न अनुमतियां लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। 

राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं: परसादी लाल मीणा

उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है यहां पर बिजली है, सड़क है, खनिज है, कृषि उत्पादों में विविधता एवं सम्पन्नता है। इसलिए राज्य में मैन्युफैक्चरिंग एवं निर्यात की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान को समावेशी, संतुलित और सतत औद्योगिक विकास के उत्कृष्ट इको – सिस्टम के साथ भारत में सबसे पंसदीदी गंतव्य बनाने हेतु राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, 2019 एवं राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम (रिप्स) , 2019 लागू की गई है। रिप्स के तहत निवेशकों को विभिन्न प्रकार की रियायतें दी जा रहीं हैं। साथ ही 100 करोड़ से अधिक के निवेश पर निवेश बोर्ड के माध्यम से कस्टमाइज्ड पैकेज भी दिया जाता है। उन्हेने कहा कि रिप्स राज्य में अप्रत्याशित निवेश आकर्षित करने में सफल रही है। मीणा ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में उद्योग बिना किसी प्रशासनिक बाधा के स्थापित हो सके, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा एमएसएमई श्रेणी के उद्योगों को 3 वर्षों तक राज्य सरकार के तहत आने वाले सभी अप्रूवल एवं इंस्पेक्शन से छूट दी है। साथ ही, उद्यमी को एक ही कार्यलय से विभिन्न विभागों से संबंधित स्वीकृतियां एक निश्चित समावधि में प्राप्त हो, इसके लिए वन स्टॉप शॉप की व्यवस्था लागू की है। उन्होंने कहा कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का 39 प्रतिशत और डीएमआईसी प्रभाव क्षेत्र का करीब 58 प्रतिशत राजस्थान से गुजरते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान औद्योगिक नीतियों से राज्य में निवेश लगातार बढ़ रहा है। रीको के रिकॉर्ड प्लॉट्स की बिक्री से भी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रीको जल्द ही करीब 100 औद्योगिक क्षेत्र लांच करने जा रहा है। निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आइए और निवेश कीजिए आपको प्रत्येक सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। सरकार भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सेक्टर्स के अलग नीतियों का निर्माण भी कर रही है।

भारतमाला परियोजना के 44 आर्थिक गलियारों में से 8 गलियारे राज्य से होकर गुजर रहें हैं: अर्जुन सिंह बामनिया

इस अवसर पर उद्योग राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि औद्योगिक अवसंरचना का विकास बहुत तीव्र गति से हो रहा है। कुल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का करीब 25 प्रतिशत भाग राजस्थान में है। भारतमाला परियोजना के 44 आर्थिक गलियारों में से 8 गलियारे राज्य से होकर गुजर रहें हैं। उन्होंने कहा कि बीओटी सड़क परियोजनाओं के लिए नीति तैयार करने की घोषणा करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है। राज्य में सौर ऊर्जा, सड़क, नगरीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, जल संसाधन और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के कई अवसर हैं।

राजस्थान में टूरिज्म होटल, जैम्स, ज्यूलरी समेत कई सेक्टर्स में निवेश की सम्भावनाएं हैं: राजीव अरोड़ा

इस अवसर पर फेडरेशन ऑफ राजस्थान एक्सपोर्टर्स के अध्यक्ष और आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि राजस्थान में टूरिज्म होटल,जैम्स, ज्यूलरी, हैंडीक्राफ्ट, इंजीनियरिंग, कैमिकल, टायर्स समेत कई सेक्टर्स में निवेश की सम्भावनाएं हैं। अगले साल 1 लाख 20 हजार करोड़ के एक्सपोर्ट का अनुमान है। राजस्थान में 50 मिलियन डोमेस्टिक और 2 मिलियन विदेशी पर्यटक आते हैं। आगामी दिनों में 30000 रूम्स की जरूरत राज्य में पड़ेगी। लग्जरी 25 होटल,100 मिडिल क्लास होटल,175 इकोनॉमी होटल, 547 छोटे होटलों की राज्य में जरूरत है। यह भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की स्टडी रिपोर्ट है। जयपुर, उदयपुर, चित्तौड़, पाली,जोधपुर, कोटा में इको टूरिज्म का डवलपमेंट हो रहा है। एक्सपो 18 नवम्बर तक चलेगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश विकास की और तेजी से बढ़ रहा है: धीरज श्रीवास्वत

इस अवसर पर राजस्थान फाउंडेशन के कमिश्नर धीरज श्रीवास्वत ने दुबई एक्सपो में राजस्थान पैवेलियन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राजस्थान के मंत्रियों शांति धारिवाल, परसादीलाल मीणा, अर्जुन बामनिया, फेडरेशन ऑफ राजस्थान एक्सपोर्टर्स के अध्यक्ष और आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन राजीव अरोड़ा और रीको की इयू रुकमिण रायरा सहित रीको के सभी अधिकारियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। धीरज श्रीवास्वत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश विकास की और तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयास से ही राजस्थान फाउंडेशन की स्थापना संभव हो पाया है।

राजस्थान फाउंडेशन के मंच से दुनिया भर में फैले राजस्थानी प्रवासियों की मदद की जा रही है। प्रवासी राजस्थानियों ने अपनी मेहनत और निष्ठ के दम पर उद्योग क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया है और दोनों देशों के बीच सामंजस्य बनाने का कार्य किया है। साथ ही धीरज श्रीवास्तव ने उद्योगपतियों को राजस्थान में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि राजस्थान को समावेशी, संतुलित और सतत औद्योगिक विकास के उत्कृष्ट इको – सिस्टम के साथ भारत में सबसे पंसदीदी गंतव्य बनाने हेतु राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, 2019 एवं राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम (रिप्स) , 2019 लागू की गई है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस को ध्यान में रखते हुए उद्योगों से संबंधित विभिन्न अनुमतियां लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। राजस्थान में औद्योगिक अवसंरचना का विकास बहुत तीव्र गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि रीको जल्द ही करीब 100 औद्योगिक क्षेत्र लांच करने जा रहा है। राज्य में सौर ऊर्जा, सड़क, नगरीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, जल संसाधन और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के कई अवसर हैं।

उद्योगों से संबंधित विभिन्न अनुमतियां लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया: रुकमणी रियार

इस मौके पर रीको एक्सक्यूटिव डायरेक्टर रुकमणी रियार ने कहा राजस्थान पर्यटन में निवेश के साथ ही, रियल एस्टेट, मेडिकल, शिक्षा और कृषि से संबंधित निवेश की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कई नई नीतियां बनाई हैं और विभिन्न कानूनों का सरलीकरण किया गया है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस को ध्यान में रखते हुए उद्योगों से संबंधित विभिन्न अनुमतियां लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। राजस्थान में औद्योगिक अवसंरचना का विकास बहुत तीव्र गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि रीको जल्द ही करीब 100 औद्योगिक क्षेत्र लांच करने जा रहा है। निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आइए और निवेश कीजिए आपको प्रत्येक सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।