
चित्तौड़गढ़। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के लिए मई माह काफी खराब गुजरा है। बेमौसम हो रही बरसात के साथ अंधड़ एवं तूफान के कारण निगम को सवा दो करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। यह नुकसान का आंकलन 23 दिन का है। इन 23 दिन में रुक-रुक कर हो रही बरसात एवं तूफान ने निगम की बत्ती गुल कर दी है। इसके बावजूद भी निगम के अधिकारियों एवं स्टाफ ने हार नहीं मानी है तथा जिन क्षेत्रों में नुकसान हुआ है वहां तत्काल राहत के कार्य शुरू करवा दिए गए। इससे किसी भी क्षेत्र में बिजली ज्यादा समय बंद नहीं रही है। उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में इस माह कई बार मौसम में बदलाव हुआ है। बेमौसम बरसात हुई है। लेकिन बड़ी बात यह रही कि बरसात के दौरान तेज हवाएं चली और अंधड़ भी आया। इसलिए बेमौसम बरसात ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को चित्तौड़गढ़ जिले में काफी नुकसान दिया है। वहीं गुरुवार शाम की ही बात करें तो जिले के कई क्षेत्रों में नुकसान की सूचना है। इसमें मुख्य रूप से निंबाहेड़ा, बड़ीसादड़ी, भदेसर, सावा, मांगरोल, डूंगला आदि क्षेत्रों में ज्यादा नुकसान हुआ है। कई जगह विद्युत पोल और उपकरण जमीन पर जा गिरे। निगम के सूत्रों की माने तो जिले में करीब 23 दिन में दो करोड़ 36 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। वहीं सबसे बड़ी बात यह रही कि जहां भी अंधड़ से निगम के उपकरण क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली, तत्काल वहां कार्य शुरू करवाने का प्रयास किया। इससे कि जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति चलती रहे। फिर भी कहीं-कहीं फाल्ट के कारण दिक्कत जरूर हुई है।
अजमेर विद्युत वितरण निगम के चित्तौड़गढ़ क्षेत्र में इन 22 दिनों में सैकड़ों विद्युत पोल गिरे तथा कई उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए। गत 22 दिनों में 33 केवी के 12 पोल, 11 केवी के 598 पोल, एलटी लाइन के 266 पोल, थ्री फेस के 105 ट्रांसफार्मर, सिंगल फेज के 83 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रत हुए। वहीं कुल 193 डीपी स्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें से कुछ विद्युत पोल टेढ़े हुए तो अधिकांश जमीन पर जा गिरे। ट्रांसफार्मर तक जमीन पर गिर कर क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत रही कि इतना नुकसान होने के बाद भी कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।