गुड़ी पड़वा खाएं महाराष्ट्र का फेमस पूरन पोली, ऐसे करें तैयार

पूरन पोली
पूरन पोली

गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र का अहम त्योहार है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा (पहले दिन) को मनाया जाता है। इस साल यह 30 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन नववर्ष की शुरुआत होती है और लोग नए सपनों, आशाओं और उत्साह के साथ इस त्योहार को मनाते हैं। गुड़ी पड़वा के दिन घरों में खास पकवान बनाए जाते हैं, जिनमें पूरन पोली का खास महत्व है। यह मीठी, स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है, जिसे चने की दाल और गुड़ से तैयार किया जाता है। आइए, जानते हैं कि गुड़ी पड़वा पर घर पर ही पूरन पोली कैसे बनाएं।

पूरन पोली बनाने के लिए सामग्री

पूरन पोली
पूरन पोली

2 कप गेहूं का आटा
1 चम्मच घी
नमक स्वादानुसार
पानी (गूंथने के लिए)
1 कप चने की दाल
1 कप गुड़ (बुरा या पिसा हुआ)
½ छोटी चम्मच इलायची पाउडर
1 चम्मच घी
1 चुटकी केसर

पूरन पोली बनाने की विधि

चने की दाल को अच्छी तरह धोकर 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
भीगी हुई दाल को प्रेशर कुकर में 2-3 सीटी आने तक पकाएं।
पकी हुई दाल का पानी निथारकर अलग कर लें और दाल को मैश करके चिकना बना लें।
कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें मैश की हुई दाल डालकर भूनें।
दाल थोड़ी सूखने लगे, तो इसमें गुड़ मिलाएं और अच्छी तरह मिलाएं।
गुड़ पिघलकर गाढ़ा हो जाए, तो इलायची पाउडर और केसर डालकर मिक्स करें।
पूरन ठंडा होने पर छोटी-छोटी लोइयां बना लें।
एक बर्तन में गेहूं का आटा, घी और नमक मिलाकर नरम आटा गूंथ लें।
आटे को 15-20 मिनट के लिए ढककर रख दें।
आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और उन्हें गोलाकार रूप में बेल लें।
बेले हुए आटे के बीच में पूरन की एक लोई रखकर चारों तरफ से बंद कर दें।
इसे धीरे-धीरे बेलकर पतली रोटी बना लें (ध्यान रखें कि भरावन बाहर न निकले)।
तवा गर्म करें और उस पर पोली रखकर दोनों तरफ से घी लगाकर सुनहरी होने तक सेकें।
गैस की आंच मध्यम रखें, ताकि पोली अच्छी तरह पक जाए।
गर्मागर्म पूरन पोली परोसें।

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