ये फूड आइटम्स खाने से होगा रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षण कंट्रोल

रूमेटाइड अर्थराइटिस
रूमेटाइड अर्थराइटिस

तेजी से बदलती जीवनशैली इन दिनों लोगों को कई समस्याओं का शिकार बना रही है। रूमेटाइड अर्थराइटिस इन्हीं समस्याओं में से एक है, जो आजकल कई लोगों को प्रभावित कर रही है। यह एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से ही हर साल 2 फरवरी को रूमेटाइड अर्थराइटिस अवेयरनेस डे मनाया जाता है।

रूमेटाइड अर्थराइटिस (आरए) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो आपके जोड़ों में दर्द, सूजन और कठोरता का कारण बनती है। यह एक लाइलाज बीमारी है, जिसे अक्सर दवाओं और खानपान से कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे फूड आइटम्स के बारे में, जिसे रूमेटाइड अर्थराइटिस में आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

अदरक

अदरक
अदरक

अदरक पेट को शांत करने की अपनी क्षमता के लिए पहचाना जाता है। हालांकि, इसमें कुछ ऐसे गुण भी होते हैं, जो रूमेटाइड अर्थराइटिस (आरए) के लक्षणों में सुधार कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, अदरक खाने से आरए से पीडि़त लोगों में प्रतिरक्षा में सुधार और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इसे डाइट में शामिल करने से पहले कुछ सावधानियां भी रखनी चाहिए। अगर आप खून पतला करने वाली दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह से ही इसे डाइट का हिस्सा बनाएं।

ताजा धनिया

ताजा धनिया
ताजा धनिया

हरा धनिया लगभग हर भारतीय घर में इस्तेमाल किया जाता है। यह आपके खाने का स्वाद और रूप दोनों बेहतर करता है। हालांकि, खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही यह सेहत को भी ढेरों फायदे पहुंचाता है। एक अध्ययन के अनुसार, धनिया उन कई न्यूट्रास्यूटिकल्स (फूड एक्सट्रेक्ट्स) में से एक है, जो आरए जैसी पुरानी सूजन संबंधी बीमारियों पर लाभकारी प्रभाव डालता है।

फैटी फिश

अगर आप या आपके आसपास मौजूद कोई व्यक्ति रूमेटाइड अर्थराइटिस से परेशान है, तो डाइट में फैटी फिश जरूर शामिल करें। सैल्मन, हेरिंग, मैकेरल, सार्डिन, एंकोवीज, ट्राउट जैसी फैटयुक्त मछलियां ओमेगा -3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं, जो सूजन को कम करते हैं और आरए के लक्षणों को कम करते हैं।

हल्दी

हल्दी लगभग हर भारतीय किचन में इस्तेमाल होने वाला एक बेहद लोकप्रिय मसाला है, जिसे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसमें मौजूद करक्यूमिन सेलुलर लेवल पर सूजन को कम करता है। एक अध्ययन के अनुसार, करक्यूमिन न सिर्फ आरए बल्कि हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी अन्य स्थितियों पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। हालांकि, अदरक की तरह, हल्दी भी आपके खून को पतला कर सकती है, इसलिए पहले अपने डॉक्टर से बात जरूर करें।

ग्रीन टी

वेट लॉस के लिए ग्रीन टी एक लोकप्रिय पेय है। वजन कम करने के साथ ही यह कई अन्य फायदे भी पहुंचाती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस में भी ग्रीन टी का सेवन फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारी से लडऩे में मदद करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि ग्रीन टी आरए वाले लोगों के लिए एंटी-इंफ्लमेटरी प्रभाव प्रदान करती है, क्योंकि इसमें कैटेचिन होते हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं।

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