ये फूड्स खाने से कमजोर होगा दिमाग, तेज याददाश्त के लिए इन्हें करें बाहर

फूड्स
फूड्स

हमारे खान-पान का असर हमारे दिमाग पर भी होता है। इसलिए हेल्दी ब्रेन के लिए हेल्दी डाइट बेहद जरूरी है। हालांकि, हमारी बदलती लाइफस्टाइफ के साथ हमारी डाइट में भी कई ऐसी चीजें शामिल हो चुकी हैं, जो धीरे-धीरे हमारे दिमाग को नुकसान पहुंचाती हैं। इन फूड्स के कारण दिमाग की काम करने की क्षमता कम होने लगती है और ये कमजोर याददाश्त और न्यूरोलॉजिक बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 फूड्स के बारे में, जो आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये फूड्स खाने से कमजोर होगा दिमाग, तेज याददाश्त के लिए इन्हें करें बाहर

प्रोसेस्ड और जंक फूड

जंक फूड
जंक फूड

प्रोसेस्ड फूड जैसे बर्गर, पिज्जा, चिप्स और पैकेट वाले स्नैक्स में ट्रांस फैट, हाई शुगर और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। ये फूड आइटम्स न केवल मोटापा बढ़ाते हैं, बल्कि दिमाग के सेल्स को भी नुकसान पहुंचाते हैं। ज्यादा जंक फूड खाने से दिमाग का हिप्पोकैम्पस (याददाश्त का सेंटर) सिकुडऩे लगता है, जिससे डिमेंशिया का खतरा बढ़ जाता है।

शुगर वाली ड्रिंक्स और सोडा

कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और पैक्ड जूस में हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और एक्स्ट्रा चीनी होती है, जो दिमाग के लिए हानिकारक है। ज्यादा शुगर इनटेक करने से ब्रेन-डेराइव्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर नाम के प्रोटीन का स्तर कम होता है, जो नई मेमोरी बनाने और सीखने की क्षमता के लिए जरूरी है। इससे फोकस कम होती है और डिप्रेशन का खतरा बढ़ता है।

अल्कोहल

ज्यादा शराब पीने से दिमाग के सेल्स धीरे-धीरे डैमेज होने लगते हैं। यह न्यूरोट्रांसमीटर के बैलेंस को बिगाड़ता है, जिससे मूड स्विंग, याददाश्त कमजोर होना और फैसला लेने की क्षमता प्रभावित होती है। लंबे समय तक अल्कोहल लेने से ब्रेन सिकुडऩे लगता है और वर्निके-कोर्साकॉफ सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

हाई मर्करी वाली मछलियां

मछलियां प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा सोर्स हैं, लेकिन कुछ मछलियों (जैसे स्वोर्डफिश, शार्क और किंग मैकेरल) में मर्करी की मात्रा ज्यादा होती है। मर्करी एक न्यूरोटॉक्सिन है, जो दिमाग के सेल्स को नुकसान पहुंचाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों के लिए यह खासतौर से हानिकारक है, क्योंकि इससे बच्चों के दिमागी विकास में बाधा आ सकती है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स

कम कैलोरी वाले आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (जैसे एस्पार्टेम) का ज्यादा इनटेक दिमाग के लिए अच्छा नहीं है। ये स्वीटनर्स दिमाग में केमिकल इंबैलेंस पैदा करते हैं, जिससे सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और याददाश्त कमजोर हो सकती है। ये फूड्स डिप्रेशन और माइग्रेन का कारण भी बन सकते हैं।

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