
बोले-डोटासरा-वैभव गहलोत सहित कांग्रेसी नेताओं पर कार्रवाई केंद्र सरकार के इशारे पर
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी और प्रदेश कांग्रेस सेंट्रल वॉर रूम के को-चेयरमैन लोकेश शर्मा ने कहा कि अगर ईडी जैसी स्वतंत्र जांच एजेंसियां केंद्र सरकार के दबाव में काम नहीं कर रही हैं, तो उन्हें राजस्थान में संजीवनी घोटाले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। देशभर में ईडी की कांग्रेसी नेताओं पर हो रही कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि ईडी केंद्र सरकार के टूल के रूप में काम कर रही है। भाजपा के कई आला नेता आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। अगर उन नेताओं पर बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई हो, तो केंद्रीय जांच एजेंसियों की गिरती साख पर अंकुश लग सकेगा।

लोकेश शर्मा ने प्रदेश में कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई को भाजपा की बौखलाहट करार दिया है। लोकेश शर्मा ने जयपुर, सीकर, दौसा में ईडी की कार्रवाई और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत को ईडी दफ्तर में पेश होने के समन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार किया। लोकेश शर्मा ने कहा कि राजस्थान में होने जा रहे चुनाव में अपनी सुनिश्चित हार से भाजपा बुरी तरह बौखलाई हुई है। मुद्दाविहीन भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी पर दबाव के षड्यंत्र के रूप में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के यहां ईडी की कार्रवाई बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
लोकेश शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि देशभर में बीजेपी विपक्ष के नेताओं पर आक्रमण करती है, केस करती है, केंद्रीय जांच एजेंसीज का दुरुपयोग करती है, जनता इसे देख रही है और कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। एक तरफ तानाशाही हुकूमत है, दूसरी तरफ लोकतंत्र और संविधान में पूर्ण आस्था लिए सच्चाई की ताकत। संघर्ष जारी है, जारी रहेगा, हम मुकाबला करेंगे और जीतेंगे, बीजेपी का कोई भी दबाव और टारगेट करके की जा रही कार्रवाई राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट होने से नहीं रोक सकते। लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया कि देशभर के चुनावी राज्यों में कांग्रेस नेताओं को भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के गठबंधन वाली केंद्र की एनडीए सरकार जानबूझकर निशाने पर लिए हुए है। कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ईडी ने छापेमारी शुरू की थी। अब उसी तर्ज पर कर्नाटक के बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान में ईडी ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
लोकेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष लोग हमेशा से भाजपा के निशाने पर रहे हैं, नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से घंटों तक ईडी दफ्तर में की गई पूछताछ इसी की बानगी है। वहीं अब राजस्थान में चुनाव होने हैं तो यहां भी केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी ने प्रदेश कांग्रेस के मुखिया गोविंद सिंह डोटासरा और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, जो कि मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र हैं, को अपने शिकंजे में फंसाने की नाकाम कोशिश की है। इस तरह राष्ट्रीय स्तर के बाद अब प्रदेश स्तर पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को छापेमारी करके तंग करने का काम किया जा रहा है, जबकि इन नेताओं के खिलाफ पूर्व में ईडी में किसी तरह की न कोई शिकायत दर्ज करवाई गई है और न ही ईडी की तरफ से कोई नोटिस ही इन्हें दिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले करीब सवा साल पहले जून, 2022 में ईडी मुख्यमंत्री गहलोत के छोटे भाई अग्रसेन गहलोत के फार्महाउस पर छापेमारी करने पहुंची थी।
यह भी पढ़ें : प्रियंका गांधी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मूर्ति का अनावरण किया