सेवा बस्ती के अध्यापकों की शैक्षणिक कार्यशाला संपन्न

गज शुश्रुषा ट्रस्ट
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जयपुर। गज शुश्रुषा ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला जयपुर में संपन्न हुई। अध्यक्ष नरेंद्र सुराणा ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्कार केंद्रों के अध्यापकों का शैक्षणिक भ्रमण एवं अध्यापक प्रशिक्षण अति प्रसन्नता पूर्वक जयपुर में संपन्न हुआ। कोषाध्यक्ष विवेक ने बताया सभी अध्यापकों को ठंडे पानी की बोतल वितरित की गई। प्रथम दिवस पद्म भूषण सम्मानित श्रावक डि आर मेहता ने उद्बोधन में फरमाया कि सेवा का कोई धर्म नहीं होता है सेवा स्वयं एक धर्म है। सेवा कार्य मुस्कुराहट एवं ईमानदारी से करना चाहिए। सचिव पायल,ज्योति ने बताया कि महासती कांता जी द्वारा अध्यापकों को आध्यात्मिकता एवं जिंदगी को जिंदा होकर कैसे जी सकते है उसका महत्व बताया उन्होंने फरमाया कि आप पूरी निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करते रहे तो भगवान जरूर आपका साथ देंगे।

कार्य को पूरी प्रतिबद्धता से करने के लिए प्रेरित किया

गज शुश्रुषा ट्रस्ट
गज शुश्रुषा ट्रस्ट

मोटिवेशनल स्पीकर पूर्णिमा लोढ़ा , निपुण एवं नमन ने अध्यापकों को रोचक कथाओं एवं एक्टिविटी से अपने कार्य को पूरी प्रतिबद्धता पूर्वक करने के लिए प्रेरित किया। ट्रस्ट द्वारा चोखी ढाणी , जीटी मॉल , बिरला मंदिर , गलता जी ,चूल गिरी जैसे विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान थैरेपिस्ट राकेश, अध्यापक टीकम, निरमा, सोनू ,कंचन ,माया, प्रिया, लक्ष्मी ,आरती, पूजा ,ज्योति, सोनाली उपस्थित रहे। सभी अध्यापकों ने पक्षी चिकित्सालय एवं प्राकृत भारती की लाइब्रेरी का भ्रमण भी किया जिससे सभी अध्यापकों के भीतर जीव दया, अहिंसा, प्रेम ,करुणा ,वात्सल्य की प्रेरणा जागी।

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