नई दिल्ली। अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी यह याचिका वापस ले ली है, जिसमें उन्होंने केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में किए गए एक रीट्वीट पर दर्ज आपराधिक मानहानि की शिकायत को रद्द करने की मांग की थी।
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ ने सुनवाई के दौरान सुझाव दिया कि कंगना रनौत इस मामले में ट्रायल कोर्ट में वैकल्पिक उपाय अपना सकती हैं। इसके बाद उनके वकील ने याचिका वापस लेने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कंगना रनौत की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने मानहानि की शिकायत को रद्द करने की मांग की थी। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि भाजपा नेता यह साबित करने में विफल रहीं कि उनका कथित रूप से मानहानिकारक ट्वीट सद्भावना से किया गया था।
उच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद कंगना रनौत ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्होंने अपनी याचिका वापस लेने का फैसला कर लिया।
इस पूरे मामले पर कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अब कंगना रनौल को ट्रायल कोर्ट में अपनी दलीलें पेश करनी होगी। यहीं मानहानि की शिकायत दर्ज कराने वाले पक्ष का कहना है कि कानून के दायरे में न्याय पाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
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