राजस्थान यूनिवर्सिटी में शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे खास

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 राजस्थान यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग, एसएमएस कॉलेज व हॉस्पिटल और रूसा की ओर से आयोजित

अंतराष्ट्रीय सम्मलेन में देश भर के स्पीकर्स ने मानसिक स्वास्थ्य और उसकी चुनौतियों पर डाली रौशनी

जयपुर। मानसिक स्वास्थ कल्याण और मनोभावों को व्यक्त करने की जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। राजस्थान यूनिवर्सिटी के साइक्लोजी डिपार्टमेंट और एसएमएस मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के साइकेट्रिस्ट सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस ‘मेन्टल हेल्थ एट क्रॉस रोडस : कंटेम्प्ररी मोडलिटीज़ एंड स्ट्रेटेजीज फॉर प्रमोशन ऑफ़ हेल्थ एंड वेल-बिंग’ का शुक्रवार को आरम्भ हुआ। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान 2.0 के प्रोजेक्ट 13, ‘साइकोलॉजिकल इंटरवेंशंस फॉर प्रमोशन ऑफ़ होलिस्टिक हेल्थ एंड वेल-बीइंग’ के अंतर्गत किया गया। कांफ्रेंस में मानसिक स्वास्थ्य की ओर बढ़ावा देने के लिए समसामयिक तौर-तरीके और रणनीतियों पर चर्चा की गई साथ ही देशभर से चुने गए 29 रिसर्च पेपर्स की स्पेशल एडिशन जर्नल को भी मंच लॉन्च किया गया।

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मानसिक स्वास्थ्य के सांस्कृतिक आयामों पर विशेष जोर देते हुए कार्यक्रम के पहले दिन संरक्षक राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अल्पना कटेजा, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व वाईस चांसलर व मुख्य वक्ता प्रो गिरीश्वर मिश्रा, कार्यक्रम के अध्यक्ष एसएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख प्रो संजय जैन, राजस्थान विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो ओपी शर्मा, सम्मेलन निदेशक प्रो सुशीला पारीक, डॉ. चंद्रानी सेन और डॉ ललित बत्रा व सुनील शर्मा के नेतृत्व में उद्घाटन सत्र के साथ आरम्भ हुआ। सम्मलेन के दोनों दिन पांच मुख्य विषयों ‘स्वास्थ्य संवर्धन रणनीतियां और अभ्यास’, ‘मनोरोग निदान और चिकित्सीय चुनौतियां’, ‘सकारात्मक मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप’, ‘मन और मस्तिक संबंध’, ‘सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव’ के विभिन्न रूपों पर मंथन किया जाएगा।

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दो दिनों में होने वाले पैनल डिस्कशन में अतिथि और स्पीकर के तौर पर गुजरात से सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के पूर्व वाईस चांसलर प्रो गिरीश भाई भिमानी, आईआईटी हैदराबाद प्रो अमृता देब, पुणे से एसपी पुणे यूनिवर्सिटी प्रो बी.आर शेजवाल, पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज से प्रो अल्पना वैद्या, हरिद्वार के गुरुकुल कांगरी यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट हेड प्रो सी.पी कोखर, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से प्रो संदीप कुमार, पंजाब यूनिवर्सिटी से प्रो वंदना शर्मा, मुंबई यूनिवर्सिटी से एप्लाइड सायकोलोजी के डिपार्टमेंट हेड प्रो सतीश चंद्र, पांडिचेरी से सायकेट्रिस्ट कंसलटेंट प्रो सौमित्रा बासु, दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से प्रो नावेद इक़बाल, कंसलटेंट डॉ रूप सिधाना, हरियाणा के एमडी यूनिवर्सिटी के प्रो राजबीर सिंह, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी से प्रो उर्मी नंदा बिस्वास और जम्मू कश्मीर के उच्च शिक्षा विभाग से डॉ निसार अहमद वानी ने भी शिरकत की।

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इसी के साथ दिन के पहले पैनल डिस्कशन ‘स्ट्रेटेजीज फॉर प्रिवेंशन एंड एनहांसमेंट: अप्रोचिंग मेन्टल हेल्थ थ्रू हेल्दी लाइफस्टाइल एंड पॉजिटिव सायकोलॉजिकल इंटरवेंशंस’ पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के पहले दिन का समापन भव्य समापन सांस्कृतिक संध्या के साथ किया गया। जहां यूनिवर्सिटी के पूर्व स्टूडेंट्स ने मेन्टल हेल्थ पर सामाजिक धारणाओं को तोड़ने और मानसिक स्थियों को जागरूक करने के विषय पर नुक्कड़ नाटक किया। साथ ही राजस्थान फोक डांस के साथ सभी टीम मेंबर्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन, 24 फरवरी को पांच मुख्य विषयों पर पेपर प्रेजेंट किये गए। साथ ही ‘प्रैक्टिसेज एंड मॉडेलिटीज़ ऑफ़ ट्रीटमेंट : एफिशिएंसी इन डीलिंग विद डायग्नोसिस, स्टिग्मा एंड रिहैबिलिटेशन’ पर चर्चा का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन का समापन सर्टिफिकेट वितरण समारोह के साथ किया गया।

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