सवाई मानसिंह चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार एवं आधुनिकीकरण

जयपुर। सवाई मानसिंह चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली की तर्ज पर करने के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय में कॉटेज वार्ड की जगह 15 मंजिला आई.पी.डी. टावर एवं गल्र्स हॉस्टल के पास इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी सेन्टर का निर्माण किया जायेगा। इस पर लगभग 150 करोड़ रूपये व्यय होंगे जिसमें से रू. 125 करोड़ स्मार्ट सिटी मिशन से तथा शेष राशि जयपुर विकास प्राधिकरण एवं राजस्थान हाउसिंग बोर्ड उपलब्ध करायेंगे। इस कार्य पर लगभग 02 वर्ष का समय लगेगा।

यह जानकारी नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने सोमवार को प्रात: 11:00 बजे सवाई मानसिंह चिकित्सालय में उपरोक्त परियोजनाओं के प्रस्तावित निर्माण स्थल के निरीक्षण के दौरान दी। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा, शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग श्री भवानी सिंह देथा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी जयपुर श्री लोकबन्धु प्राचार्य सवाई मानसिंह चिकित्सालय डॉ सुधीर भण्डारी, प्रमुख आर्किटेक्ट अनूप भरतीया एवं अन्य चिकित्सा अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने बताया कि जयपुर स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सवाई मानसिंह चिकित्सालय में लगभग 150 करोड़ रू. की लागत से वर्तमान स्थित कोटेज स्थल पर 15 मंजिला आई.पी.डी. टावर बनाया जायेगा। जिसमें प्रथम चरण में उपलब्ध बजट के अनुसार 7-8 मंजिलों का निर्माण किया जायेगा। आई.पी.डी. टावर में 100 डिलक्स कोटेज तथा 50 सुईट्स बनाये जायेंगे तथा तीन मंजिला बेसमेंट में पार्किंग की अतिआधुनिक सुविधाएॅ उपलब्ध होंगी तथा टॉप फ्लॉर पर कैफेटेरिया, फूडकोर्ट एवं एक ऑडिटोरियम बनाया जायेगा। उन्होनें बताया कि यहॉ प्रत्येक फ्लॉर पर ऑपरेशन थियेटर, आई.सी.यू., पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड होंगे तथा ग्राउण्ड फ्लोर पर एम.आर.आई. सी.टी. स्कैन एवं अन्य जॉच की सुविधाएॅ उपलब्ध होंगी। उन्होनें कहा कि हर फ्लोर पर एक बीमारी का ईलाज होगा एवं वहॉ पर हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी। इन्वेस्टिगेशन फ्लोर अलग होगी। यहॉ पर ईलाज के लिए वल्र्ड क्लास सुविधाएॅ उपलब्ध होंगी। उन्होनें कहा कि उक्त कार्यो में पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।

इस अवसर पर धारीवाल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी, स्मार्ट सिटी जयपुर श्री लोकबन्धु को निर्देश दिये कि जे.एल.एन. मार्ग पर सवाई मानसिंह चिकित्सालय के नोर्थ ईस्ट में स्थित कचरा डिपो अविलम्ब हटाया जाये साथ ही सवाई मानसिंह चिकित्सालय के आस-पास स्थित भी सभी कचरा डिपो को हटाया जाये।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि सवाई मानसिंह चिकित्सालय का विकास अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली की तर्ज पर एक रेफरिंग हॉस्पिटल के रूप में किया जायेगा। यहॉ पर सभी विकास कार्य आगामी 50 वर्षो की आवश्यकताओं को देखते हुए किये जायेंगे। उन्होनें आई.पी.डी. टावर के बारे में बताते हुए कहा कि यहॉ पर नए विभागों के रूप में न्यूक्लियर मेडिसिन, स्पोट्र्स मेडिसिन, जैनेटिक मेडिसिन, ट्रॉपिकल मेडिसिन बनाये जायेंगे तथा हर फ्लोर सेल्फ सफिशियेंट फ्लोर होगी जिससे मरीज को कम से कम मूवमेंट करना पड़ेगा। उन्होनें बताया कि वर्तमान कचरा डिपो के स्थान (चिकित्सालय के नोर्थ ईस्ट) पर एक सर्वधर्म सभा स्थल का निर्माण किया जायेगा साथ ही वर्तमान मोर्चरी स्थल पर आधुनिक मोर्चरी बनाई जायेगी।

उन्होनें बताया कि वर्तमान गल्र्स हॉस्टल के पास इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी सेन्टर का निर्माण किया जायेगा जिसे वर्तमान इंमरजेंसी से जोड़ जायेगा। इसके भूतल पर विभिन्न प्रकार की जॉचों का केन्द्र बनाया जायेगा साथ ही स्थान चिन्हित कर सवाई मानसिंह चिकित्सालय एवं आस-पास की दुकानों को समाहित करने के लिए एक लघु बाजार जयपुर विकास प्राधिकरण के माध्यम से बनाया जायेगा।

उन्होनें बताया कि वर्तमान ऑर्थोपेडिक ट्रोमा सेन्टर की कनेक्टीविटी सवाई मानसिंह चिकित्सालय के मुख्य भवन से की जायेगी तथा चिकित्सालय मार्ग पर स्थित राजकीय बंगला नं. 2 से 5 तक के सभी बंगलों को सवाई मानसिंह चिकित्सालय में सुविधा विस्तार में उपयोग में लेने के लिए राज्य सरकार से निवेदन किया जायेगा। जिससे यहॉ पर अन्य सुविधाओं का विकास एवं विस्तार किया जा सके। उन्होनें बताया कि वर्तमान में ट्रोमा सेन्टर के अण्डर ग्राउण्ड में पानी भरने की समस्या का भी निस्तारण किया जायेगा।

स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने इस अवसर पर कहा कि सवाई मानसिंह चिकित्सालय में वल्र्ड क्लास चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार पर लगभग 150 करोड़ रूपये व्यय होंगे जिसमें से रू. 125 करोड़ स्मार्ट सिटी मिशन से तथा शेष राशि जयपुर विकास प्राधिकरण एवं राजस्थान हाउसिंग बोर्ड उपलब्ध करायेंगे। इस कार्य पर लगभग 02 वर्ष का समय लगेगा। इन सुविधाओं के विस्तार से सवाई मानसिंह चिकित्सालय उत्तर भारत में सबसे बड़े रेफरिंग हॉस्पिटल के रूप में स्थापित होगा। उन्होनें बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कोटा में राजकीय चिकित्सालय में 34.64 करोड़ रू. की लागत से चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

इसी प्रकार जे.के. लॉन कोटा हॉस्पिटल में बच्चों की देखरेख के लिए 156 बेड का ओ.पी.डी. ब्लॉक 56.24 करोड़ रूपये की लागत से यू.आई.टी. कोटा द्वारा बनाया जा रहा है। उन्होनें बताया कि अजमेर में जे.एल.एन. हॉस्पिटल में 36.22 करोड़ रू. की लागत से चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार तथा 28.08 करोड़ रूपये की लागत से पेडियाट्रिक्स ब्लॉक एवं पार्किंग स्थल का निर्माण एवं 1.35 करोड़ रूपये की लागत से मोर्चरी का निर्माण किया जा रहा है। उदयपुर में 1.4 करोड़ रू. की लागत से शीघ्र ही हेल्थ सेन्टर का निर्माण किया जायेगा। जिसकी डीपीआर बनायी जा चुकी है।

सवाई मानसिंह चिकित्सा के प्राचार्य डॉ सुधीर भण्डारी ने बताया कि लम्बे समय से सवाई मानसिंह चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिए प्रयत्न किये जाते रहे है। जिसके फलस्वरूप चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार की क्रियान्वयन योजना को मूर्त रूप देने के लिए आज यहॉ निरीक्षण किया जा रहा है। निश्चित रूप से आज का दिन सवाई मानसिंह चिकित्सालय के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।