जयपुर। राजस्थान में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा शुरू की गई महीने भर की जीरो टीनएज प्रेग्नेंसी मुहिम को मिल रहे जबरदस्त रेस्पॉन्स के बाद इसे और विस्तार दे दिया गया है। इस अभियान को राष्ट्रीय युवा दिवस पर कैबिनेट मंत्री स्वास्थ्य और परिवार कल्याण डॉ रघु शर्मा ने हरी झंडी दिखाई थी और मंत्रियों, विधायकों, सरपंच, वरिष्ठ नौकरशाहों, सरकारी अधिकारियों, मशहूर हस्तियों, जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और मीडिया के सदस्यों द्वारा इसे समर्थन दिया गया था।
अब तक 70 से अधिक लोगों ने ‘ज़ीरो टीन मदर्स’ लिखे प्लेकार्ड के साथ अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करके अभियान के लिए अपना समर्थन साझा किया है। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा परिकल्पित अभियान, इस मुद्दे के लिए प्रमुख हितधारकों / प्रभावितों की प्रतिबद्धता लाने की दिशा में एक कदम है।
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NFHS-4 के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में 35 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले कर दी गई, जिसमें 6 प्रतिशत किशोर लड़कियों के या तो बच्चे थे या वे सर्वेक्षण के समय गर्भवती थीं। इसलिए, #ZeroTeenMothers अभियान, राज्य में किशोर उम्र में गर्भधारण को खत्म करने के लिए एक माहौल बनाने और आवाज उठाने का साधन है।
चिकित्सा स्वास्थ्य पेशेवरों से विश्वसनीय समर्थन मिल रहा
अभियान का महत्वपूर्ण बात ये है कि इसे वरिष्ठ चिकित्सा स्वास्थ्य पेशेवरों से विश्वसनीय समर्थन मिल रहा है। जैसे डॉ तरुणपत्नी, बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनेटोलॉजिस्ट सहित राज्य में किशोर गर्भावस्था के मुद्दे को सक्रिय रूप से देख रहे डॉ विनीता पाटनी, स्त्रीरोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ और डॉ. शालु कक्कड़, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जयपुर जैसे डॉक्टर शामिल हैं। डॉ अस्मिता कश्यप, विभागाध्यक्ष, निवारक और सामाजिक चिकित्सा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज ने कहा, आज अच्छे पालन-पोषण की सख्त जरूरत है।
उचित परामर्श के बिना बेहतर स्वास्थ्य की उम्मीद नहीं
हम उचित परामर्श के बिना किशोरों के बेहतर स्वास्थ्य की उम्मीद नहीं कर सकते हैं और समुदाय विशेषकर शिक्षकों और अभिभावकों तक इस बात को पहुंचा सकते हैं कि इस तरह के मुद्दों को मैत्रीपूर्ण और गैर-न्यायिक तरीके से कैसे प्रबन्धित किया जाए। इस अभियान को मिल रहे समर्थन को देखते हुए, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया ने इस अभियान को प्रभावित करने वालों, हितधारकों और समुदाय के बीच इसे इसे आगे बढ़ाने की योजना बनाई है।