बाबा रामदेव मेले में लगेगा नेत्रकुंभ, लोगों को मिलेगा नि:शुल्क उपचार

जलतेदीप, जयपुर। आगामी बाबा रामदेव मेले में सक्षम, राजस्थान द्वारा एक भव्य ‘नेत्रकुंभ (नेत्र शिविर) का आयोजन किया जाएगा, जिसका लक्ष्य 1.25 लाख से अधिक लोगों को नि:शुल्क नेत्र उपचार प्रदान करना है । इस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा जयपुर के स्थानीय सेवा सदन में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान की गई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने आंखों के स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती उदासीनता और बच्चों में विशेष रूप से बढ़ते स्क्रीन टाइम पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने युवा पीढ़ी की दृष्टि की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया, जो राष्ट्र के भविष्य का प्रतिनिधित्व करती है। सक्षम का मूल मंत्र, “पश्येम शरद: शतम्” (हम सौ शरद ऋतुओं तक देखें), यह सुनिश्चित करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि लोग एक सदी तक इस सुंदर दुनिया को देख सकें। इस प्रेस वार्ता में सक्षम राजस्थान की सदस्य नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु गोयल और प्रदेशाध्यक्ष डॉ. क्षमाशील गुप्त भी उपस्थित थे।

चंद्रशेखर ने पत्रकारों को सक्षम के प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी दी, जिसमें पिछले तीन कुंभ मेलों के दौरान उनके द्वारा आयोजित ‘नेत्रकुंभ महाशिविरÓ का उल्लेख किया गया । इन शिविरों में 4.86 लाख लोगों की नेत्र जांच की गई, 3.56 लाख लोगों को चश्मा वितरित किया गया और 40 हजार लोगों के आंखों का ऑपरेशन किया गया। एक महत्वपूर्ण घोषणा में, उन्होंने रूणीचा, पोकरण में बाबा रामदेव समाधि स्थल पर आगामी ‘नेत्रकुंभÓ का विस्तृत विवरण दिया । बाबा रामदेव के 33 वर्ष के सांसारिक जीवन के साथ मेल खाते हुए, 1 अगस्त 2025 से 2 सितंबर 2025 तक 33 दिवसीय नेत्र जांच और उपचार शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह विशाल शिविर सक्षम जयपुर, राजस्थान सरकार और अन्य सहयोगी संस्थाओं के सहयोगात्मक प्रयास से आयोजित होगा।

लगभग 6 एकड़ भूमि में फैले इस शिविर में सात जर्मन हैंगर होंगे । इनमें 50 ओपीडी, चश्मा वितरण केंद्र, स्वागत मंडप, डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए आवास, और व्यापक भोजन व्यवस्था होगी। नेत्रकुंभ का लक्ष्य प्रतिदिन 4,000 से 5,000 श्रद्धालुओं की नेत्र जांच करना है, जिसमें दवाओं का तत्काल वितरण और चश्मे हाथों-हाथ बनाकर दिए जाएंगे । लगभग 1.25 लाख लोगों की जांच और उपचार का लक्ष्य रखा गया है। जिन श्रद्धालुओं को मोतियाबिंद या अन्य नेत्र शल्य चिकित्सा की आवश्यकता होगी, उनके निवास जिले में सरकारी या निजी चिकित्सालयों में नि:शुल्क ऑपरेशन की व्यवस्था की जाएगी। रामदेवरा नेत्रकुंभ में प्रतिदिन 20 नेत्र रोग विशेषज्ञ, 50 ऑप्टोमेट्रिस्ट और लगभग 300 कार्यकर्ता
उपस्थित रहेंगे।