
आईसीएआर का धानुका एग्रीटेक के साथ करार
नई दिल्ली। देश में अनुसंधान एवं विस्तार कार्यों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के संसाधनों को साझा करने के लिए आईसीएआर और धानुका ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक और तकनीकी सूचिनाएं, ज्ञान और आईसीएआर और इंडस्ट्री द्वारा विकसित नई तकनीकों की जानकारी क्षेत्र में प्रदर्शन और प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों के मध्य बड़े स्तर पर पहुंचाना है।
इस साझेदारी को पर धानुका एग्रीटेक की ओर से धानुका समूह के चेयरमैन डॉ. आर. जी. अग्रवाल और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से आईसीएआर के उपमहानिदेशक-कृषि विस्तार डॉ. यू. एस. गौतम ने हस्ताक्षर किये।
धानुका समूह भारत की अग्रणी पौध संरक्षण और फार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक है। इसकी 4 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट गुजरात, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में स्थित हैं। यह हमारे वैज्ञानिकों के लिए गर्व की बात है कि हमारे द्वारा शोधित दवा यानी एक्सब्लिफेप को यूरोपीय संघ द्वारा अनुमोदित किया गया है।
धानुका किसानों की समस्याओं के लिए नवीनतम, सुरक्षित और हरित समाधान प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। छह (6) जापानी कंपनियों के साथ इसका सहयोग के परिणामस्वरूप नवीन हरित कीटनाशकों को तैयार किया गया है, जो जलवायु परिवर्तन और दुनिया के वैश्वीकरण के कारण बड़े पैमाने पर उभर रहे आक्रामक कीटों के प्रबंधन के लिए वर्तमान समय में देश की जरूरत है।
1968 में एसआरसीसी से स्नातक होने के बाद 55 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे डॉ. आर. जी. अग्रवाल ने पौध संरक्षण और फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में व्यापक व्यावहारिक अनुभव के साथ व्यापक ज्ञान अर्जित किया है। धानुका ने अपने व्यवसाय संचालन को ड्रोन और सटीक खेती (प्रिसिजन फार्मिंग) तक भी विस्तारित किया है, और फाइलो और आयोटेकवर्ल्ड के साथ रणनीतिक रूप से सहयोग किया है जो किसानों को उनके मोबाइल फोन पर वास्तविक समय में कृषि डेटा प्रदान करने वाले नवीनतम समाधानों के साथ सशक्त बना रहे हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के तहत एक स्वायत्त संगठन है।