
जयपुर। प्रमुख सचिव पर्यटन (पीएसटी) गायत्री ए. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान को पर्यटकों के आगमन के लिए अपनी रैंकिंग में सुधार करने की आवश्यकता है। राजस्थान अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आगमन में छठें पर और डोमेस्टिक पर्यटक आगमन में 10वें स्थान पर है। विभाग आगमन की दोनों श्रेणियों के लिए रैंकिंग में सुधार करने और इसे देश में शीर्ष तीन में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य के साथ विभाग सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
राठौड़ पर्यटन विभाग (डीओटी) राजस्थान सरकार और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) के बीच राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) 2022Ó के आयोजन के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के अवसर पर बोल रही थीं। समारोह का आयोजन एक निजी होटल में हुआ।
राठौड़ ने कहा कि कोविड के बाद ‘आरडीटीएम 2022Ó राजस्थान में घरेलू पर्यटकों के आगमन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य में घरेलू पर्यटकों का आगमन बढ़ गया है, इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के खुलने से विदेशी पर्यटकों का आगमन भी शुरू हो गया है। पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था में 9 प्रतिशत का योगदान देता है और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 50 लाख लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। यह उचित ही है कि सरकार ने इस क्षेत्र को उच्च प्राथमिकता दी है और हाल ही में पर्यटन के अनुकूल बजट दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र को बढ़ावा देने में एफएचटीआर, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए), होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर) आदि को पर्यटन विभाग का भागीदार मानती हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पॉलिसी तैयार की जा रही हैं जिससे पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा।
इन पॉलिसियों में न्यू टूरिज्म यूनिट पॉलिसी, होम स्टे पॉलिसी, रूरल टूरिज्म पॉलिसी, हेरिटेज स्कीम और फुल टूरिज्म पॉलिसी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान टूरिज्म विभाग, एफएचटीआर के साथ मिलकर देश के विभिन्न शहरों में प्री-इवेंट रोड शो आयोजित करेगा। टूरिज्म सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देने के लिए ‘डिस्ट्रिक्ट लेवल इंवेस्टमेंट मीट्सÓ का भी आयोजन किया जाएगा।
बाद में राजस्थान सरकार के पर्यटन निदेशक निशांत जैन और एफएचटीआर के अध्यक्ष अपूर्व कुमार के बीच प्रमुख सचिव पर्यटन गायत्री ए. राठौड़ की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर और दस्तावेजों का आदान-प्रदान हुआ। ट्रैवल मार्ट 22 से 24 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर एफएचटीआर के अध्यक्ष अपूर्व कुमार ने कहा कि अब जब कोविड के बाद फिर से आयोजन हो रहे हैं, तो फेडरेशन राज्य सरकार के सहयोग से बहुप्रतीक्षित आरडीटीएम को वापस लाने के लिए तैयार है। मार्ट राजस्थान राज्य के हॉस्पिटैलिटी ऑपरेटरों और विभिन्न शहरों/राज्यों से पर्यटन के प्रमुख ऑपरेटरों और इंफ्लूएंसर्स को बीटूबी मीटिंग्स के माध्यम से एक छत के नीचे लाएगा। होटल्स, रिसॉट्र्स की जानकारी के साथ-साथ टूर संचालन की खास विशेषताओं के संभावित खरीदारों को विभिन्न पहलुओं की जानकारी देगा और जागरूकता पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार ने पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी उद्योग को बहुत अच्छा बजट प्रदान किया है। पर्यटन क्षेत्र को भी उद्योग घोषित किया गया है। इसे उद्योग स्टेटस का लाभ मिला है जो कि 1989 से लंबित था। इससे पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिला है।
एफएचटीआर के पैटरॉन और पूर्व निदेशक पर्यटन भारत सरकार ललित के. पंवार ने भी पर्यटन के अनुकूल बजट के लिए राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने विभाग के लिए कुछ नई टैगलाइन्स का सुझाव दिया। प्रेसिडेंट ऑनर एफएचटीआर भीम सिंह ने कहा कि वे और एफएचटीआर की टीम विभाग के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं। स्वागत भाषण एफएचटीआर के महासचिव मोहन सिंह मेड़तिया ने दिया और राटो के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने आभार जताया।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग ने राजस्थान के विरासत स्थल, राजस्थान के जल निकायों और राजस्थान के व्यंजनों पर आधारित शॉर्ट फिल्में भी लॉन्च कीं। इन शॉर्ट फिल्मों का उपयोग विभाग के सोशल मीडिया हैंडल के लिए किया जा रहा है।