फाइबर रिच डाइट से कंट्रोल रहेगी ब्लड शुगर

ब्लड शुगर कंट्रोल
ब्लड शुगर कंट्रोल

डायबिटीज मरीजों की संख्या जिस तरह से दुनिया में बढ़ रही है, उसे देखते हुए इससे बचने और मैनेज करने के उपायों पर गौर करना बहुत जरूरी हो गया है। डायबिटीज को मैनेज न किया जाए, तो इससे धीरे-धीरे दूसरे अंग भी प्रभावित होने लगते हैें। टाइप-2 डायबिटीज को आसानी से खानपान और लाइफस्टाइल के जरिए मैनेज किया जा सकता है। दुनियाभर में कई क्लीनिकल रिसर्च में डायबिटीज के मैनेजमेंट में हाई-फाइबर डाइट को जरूरी बताया गया है। डायबिटीज से पीडि़त लोगों को अपने खानपान में फाइबर की मात्रा बढ़ानी चाहिए। डायबिटीज पीडि़त व्यक्ति अगर अपने रोजाना के खानपान में ज्यादा नहीं बस 25 से 40 ग्राम फाइबर की मात्रा बढ़ा दें, तो इससे काफी फायदा मिल सकता है।

डायबिटीज के मैनेजमेंट में सही न्यूट्रिशन का बहुत बड़ा रोल होता है। डायबिटीज से पीडि़त मरीजों को कार्बोहाइड्रेट और चीनी का सेवन ही कम करने के साथ डाइट में फाइबर का इनटेक बढ़ाने की जरूरत होती है। डाइट में फाइबर रिच फूड शामिल करने से पेट भरा फील होता है और इससे ज्यादा खाने से बचा जा सकता है। पाचन के दौरान फाइबर हमारे पेट से ब्लड में शुगर के एब्जॉप्र्शन की दर को करता है, जिससे खाने के बाद ब्लड ग्लूकोज नॉर्मल बना रहता है। ज्यादातर डायबिटीज के मरीजों को खानपान से पर्याप्त मात्रा में फाइबर की मात्रा नहीं मिल पाती है। ऐसे में एक्सपर्ट की सलाह से चाहें तो इसके लिए सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। हाई-फाइबर न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट फाइबर इनटेक की जरूरत को पूरा करने में सहायक हो सकते हैं।

डायबिटीज को कंट्रोल करने में फाइबर कैसे करता है मदद?

डायबिटीज
डायबिटीज

वेट लॉस में मददगार

टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है मोटापा, तो वजन कंट्रोल में रखने के लिए डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं। इससे पेट भरा रहता है, जिससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है, जो वजन बढऩे की सबसे बड़ी वजह है।

कोलेस्ट्रॉल रहता है कंट्रोल

कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल

फाइबर रिच डाइट लेने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। बैड कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा कई सारी बीमारियों को जन्म देती है, इसलिए इसे कंट्रोल में रखना जरूरी है।

दिल रहता है दुरुस्त

डायबिटीज के मरीजों में दिल से जुड़ी बीमारियों का भी खतरा बहुत ज्यादा रहता है। दरअसल डायबिटीज की वजह से बढ़ा हुआ ग्लूकोज़ लेवल ब्लड वेसल्स को डैमेज कर सकता है जिससे दिल की सेहत खतरे में पड़ सकती है। वहीं ऊपर बताया गया है कि फाइबर रिच डाइट से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है, जो हार्ट से जुड़ी परेशानियों की एक बड़ी वजह है।

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