मुख्यमंत्री ऑफिस के बाहर खुद को आग लगाने वाले सोफिया की मौत

लापरवाही के आरोप में अमेठी में 3 और लखनऊ में 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

लखनऊ। चार दिन पहले विधानसभा भवन और मुख्यमंत्री ऑफिस के बाहर खुद को आग लगाने वाली महिला सोफिया की मंगलवार रात मौत हो गई। उसकी बेटी गुडि़य़ा की हालत गंभीर है। सोफिया का शव लखनऊ में पोस्टमॉर्टम के बाद अमेठी के जामो भेजा जाएगा। वहां पुलिसबल तैनात किया गया है।

सोफिया और गुडिय़ा ने 17 जुलाई को खुद को आग लगा ली थी। सोफिया 80 प्रतिशत से ज्यादा जल गई थी, जबकि गुडिय़ा करीब 20 प्रतिशत जल गई।

दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी के मुताबिक, सोफिया के शरीर में इंफेक्शन फैल गया था। सेप्टीसीमिया की वजह से उसकी मौत हो गई।

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पड़ोसी से नाली को लेकर विवाद हुआ था

पुलिस के मुताबिक, 9 मई को नाली के विवाद में सोफिया का पड़ोसी से झगड़ा हुआ था। सोफिया की बेटी गुडिय़ा ने पड़ोसी के बेटे समेत चार लोगों पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। क्रॉस एफआईआर में सोफिया और गुडयि़ा समेत तीन लोगों पर भी केस दर्ज हुआ था।

अमेठी में 3, लखनऊ में 4 पुलिसवाले सस्पेंड

लापरवाही पाए जाने पर ये पुलिसवालों के खिलाफ ये कार्रवाई हुई थी। मां और बेटी को आत्मदाह के उकसाने वाले नेता समेत 3 लोग गिरफ्तार भी किए गए। कुछ और लोगों की तलाश की जा रही है।

पुलिस का दावा- महिला को 3 लोगों ने उकसाया था

पुलिस का कहना है कि मां और बेटी को उकसा कर कानून व्यवस्था को भंग करने और सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई। सोफिया और उसकी बेटी को आरोपी आसमा और सुल्तान अमेठी से लखनऊ लाए थे। दोनों अमेठी के जामो थाना इलाके के रहने वाले हैं। लखनऊ में कादिर, कबीर और अनूप ने सोफिया और उसकी बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाया था।