
जोधपुर। पार्श्वनाथ जैन मंदिर, नंदनवन ग्रीन सोसायटी में आयोजित ध्वजारोहण महोत्सव श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ। यह धार्मिक पर्व भोलेबाबा आचार्य जयानंद सुरीश्वर महाराज साहब की निश्रा में सम्पन्न हुआ।
ध्वजा के कायमी लाभार्थी संघवी नरपतचंद, गणपतचंद, गौतमचंद, शांतिचंद सालेचा परिवार द्वारा अपने निवास स्थान से बैंड-बाजे और भक्तिमय वातावरण में नाचते-गाते हुए ध्वजा को मंदिर तक लाया गया। मंदिर में आचार्यश्री ने वाक्षक्षेप और अभिमंत्रण के साथ ध्वजा को शिखर पर चढ़ाया और शांति पाठ एवं जयकारों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया।
समिति अध्यक्ष नरपतचंद सालेचा ने बताया कि वर्ष 2005 में मंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ था, जो 50 वर्षों में पहली बार आयोजित हुआ था। मंदिर की गरिमा और धार्मिक महत्व को बनाए रखने हेतु इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से किए जा रहे हैं।
आचार्यश्री को ओढ़ाई गई कांबली
महोत्सव के अवसर पर जैन समाज की ओर से आचार्य जयानंद सुरीश्वर महाराज को पारंपरिक रूप से कांबली ओढ़ाई गई। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष नरपतचंद सालेचा, ट्रस्टी गणपत सालेचा, हरकचंद सालेचा, पुखराज चोपड़ा, शांतिचंद सालेचा, पुखराज तातेड़, नितिन सालेचा, श्रीपाल मेहता सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
माचिया पार्क को भेंट की इलेक्ट्रिक गाड़ी
धार्मिक कार्यक्रम के साथ-साथ समाजसेवा का एक प्रेरणादायक कार्य भी किया गया। गौतमचंद सालेचा (मरुधर पोलिकोट) ने माचिया पार्क में आने-जाने वाले दर्शकों की सुविधा के लिए वन विभाग को एक इलेक्ट्रिक गाड़ी भेंट की। गाड़ी की चाबी वन अधिकारी आर.के. जैन को सौंपी गई। इस मौके पर प्रदीप गांग, महावीर कास्टिया, जसराज बोथरा, महेंद्र लूणावत, मांगीलाल बाफना सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गौरतलब है कि गौतम सालेचा पूर्व में रेलवे स्टेशन, एम्स अस्पताल और नाकोड़ा तीर्थ में भी गाड़ियां भेंट कर चुके हैं, जो उनकी समाजसेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
यह भी पढ़े : इंद्रिया ने लॉन्च किया ‘आसमानियत’ – हीरो से प्रेरित खास ज्वेलरी कलेक्शन