रिलायंस रिटेल में निवेश के लिए विदेशी निवेशकों की कतार, कार्लाइल और सॉफ्टबैंक ग्रुप का इंतजार बढ़ाया

नई दिल्ली। रिलायंस रिटेल में निवेश के लिए विदेशी निवेशकों की कतार लगी है। इस कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अमेरिकी कंपनी कार्लाइल गु्रप और जापान के निवेश समूह सॉफ्टबैंक गु्रप कॉर्प को निवेश के लिए इंतजार करने को कहा है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह बात कही है।

कई विदेशी निवेशकों से चल रही है रिलायंस की बातचीत

सूत्रों के मुताबिक, कार्लाइल गु्रप और सॉफ्टबैंक गु्रप ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में निवेश की इच्छा जताई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इन दोनों कंपनियों को इंतजार करने को कहा है। इसका कारण यह है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज कई अन्य विदेशी निवेशकों से बातचीत कर रहा है।

जियो प्लेटफॉम्र्स के जरिए जुटाए थे 1.52 लाख करोड़ रुपए

आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने हाल ही में अपनी डिजिटल सब्सिडियरी जियो प्लेटफॉम्र्स के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। अब मुकेश अंबानी रिलायंस रिटेल की हिस्सेदारी बेचकर फंड जुटाने की योजना बना रहे हैं।

हाल ही में सिल्वर लेकर पार्टनर्स ने रिलायंस रिटेल में 1 बिलियन डॉलर करीब 7500 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉम्र्स में भी निवेश किया है। इसके अलावा जियो के अन्य निवेशक केकेआर एंड कंपनी, एल केटरटन भी रिलायंस रिटेल में निवेश की योजना बना रहे हैं।

5515 करोड़ का निवेश करना चाहता है मुबाडला इन्वेस्टमेंट

जियो प्लेटफॉर्म का एक और अन्य निवेशक आबूधाबी की मुबाडला इन्वेस्टमेंट कंपनी रिलायंस रिटेल में 750 मिलियन डॉलर करीब 5515 करोड़ रुपए का निवेश करना चाहता है। आबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और सऊदी अरब का पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड भी रिलायंस रिटेल में निवेश पर विचार कर रहा है।

अन्य निवेशकों को हो सकती है दिक्कत

सूत्रों के मुताबिक, जियो के इन्वेस्टर्स ने रिलायंस रिटेल में रिलायंस रिटेल में निवेश की मजबूत इच्छा जताई है। इस कारण अन्य निवेशकों को दिक्कत हो सकती है। आरआईएल रिलायंस रिटेल की 10 फीसदी हिस्सेदारी वित्तीय निवेशकों को बेचना चाहती है। इसकी वैल्यू 5.7 बिलियन डॉलर करीब 41 हजार करोड़ रुपए होती है।

अमेजन को दी जा सकती है बड़ी हिस्सेदारी

ब्लूमबर्ग की पिछले सप्ताह की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस रिटेल की एक बड़ी हिस्सेदारी अमेजन डॉट कॉम इंक को दी जा सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी ने 20 बिलियन डॉलर करीब 1.47 लाख करोड़ रुपए की हिस्सेदारी अमेजन को बेचने की पेशकश की है। इस निवेश के जरिए अमेजन को 40 फीसदी हिस्सेदारी मिल सकती है। ब्लूमबर्ग के डाटा के मुताबिक, यह भारत और अमेजन के लिए अब तक की सबसे बड़ी डील होगी।