जनगणना पर पूर्व सीएम गहलोत का बयान, 14 साल पुराने आंकड़ों से बिगड़ा योजनाओं का ढर्रा

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए जनगणना के मामले पर केंद्र सरकार की नीयत को सवालों में घेर लिया. अशोक गहलोत बोले कि सोनिया गांधी ने भारत की करोड़ों गरीब जनता की मांग को संसद में उठाया. यह समझ के परे है कि 2021 में प्रस्तावित जनगणना को कोविड का बहाना देकर स्थगित किया.अब चार साल बीत जाने के बाद भी जनगणना नहीं करवाई जा रही है. पूर्व सीएम ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना तय समय पर नहीं हुई है. उन्होंने मांग की है कि केन्द्र सरकार को जल्द से जल्द जनगणना शुरू करवानी चाहिए, जिससे नए आंकड़ों से अधिक से अधिक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

सरकारी योजनाओं की नहीं हो रही प्लानिंग : पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना तय समय पर नहीं हुई. जनगणना न होने के कारण सरकारी योजनाओं खासकर खाद्य सुरक्षा योजना की प्लानिंग ठीक से नहीं हो पा रही है. 14 साल पुराने आंकड़ों से बनाई गई योजनाओं के कारण एक बड़ा वर्ग लाभान्वित नहीं हो पा रहा है. गहलोत ने उदाहरण देते हुए बताया कि 2011 में 14 साल का बच्चा आज 28 साल का युवा हो चुका, परन्तु जनगणना नहीं होने के कारण खाद्य सुरक्षा का लाभ नहीं मिल पाएगा. केन्द्र सरकार को जल्द से जल्द जनगणना शुरू करवानी चाहिए, जिससे नए आंकड़ों से अधिक से अधिक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।