
कोटा। कोटा में एक 27 साल के युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। आरएएस की तैयारी कर रहे आनंद गौतम रात में वॉक कर रहे थे। इसी दौरान तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। मामला शहर के महावीर नगर विस्तार योजना में रात 10 बजे का है। तबीयत बिगडऩे के बाद परिवार के लोग उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
खाना खाकर वॉक पर निकले थे, रास्ते में तबीयत बिगड़ी

महावीर नगर थाना के हेड कॉन्स्टेबल अजित ने बताया कि आनंद आरएएस की तैयारी कर रहे थे। परिवार के लोगों ने बताया कि उसे कोई बीमारी भी नहीं थी। रात 10 बजे खाना खाने के बाद वे वॉक करने निकले थे। इसी दौरान वे फ्रेश होने अपने चाचा के घर चला गया। यहां छत पर बने टॉयलेट में गए तो वहां अचानक घबराहट होने लगी और पसीना आने लगा। इस पर आनंद ने अपने पिता महेंद्र गौतम को फोन कर तबीयत खराब होने की जानकारी दी। इस पर परिवार के लोग आनंद के चाचा के यहां पहुंचे और उसे प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टर ने साइलेंट अटैक से मौत होना बताया।
पांच महीने पहले जयपुर से कोटा आए थे
आनंद ने कोटा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद आरएएस की तैयारी शुरू की। जयपुर में एक कोचिंग में आरएएस प्री की तैयारी की थी। पांच महीने पहले वह दोबारा कोटा आ गए और यहां घर पर रहकर तैयारी कर रहे थे। चाचा राजेंद्र गौतम औ आनंद के घर की दूरी 80 मीटर की दूरी पर ही है। आनंद तीन बहनों में इकलौता था और तीनों बहनों की शादी हो चुकी हैं। पिता बूंदी जिले के अरनेठा ग्राम पंचायत में दो बार सरपंच रह चुके हैं। वहीं दादा बाबूलाल गौतम बूंदी के पूर्व जिला प्रमुख रह चुके हैं।
राजस्थान में 50 हजार से ज्यादा मौतें हो रहीं
ढ्ढष्टरूक्र की ताजा स्टडी रिपोर्ट बताती है कि भारत में 4 करोड़ मरीज दिल की बीमारी के हैं। हर साल 7 लाख लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो जाती है। राजस्थान में ये आंकड़ा सालाना 50 हजार है। डॉक्टर इसका सबसे बड़ा कारण डायबिटीज को मानते हैं। इंग्लैंड की जनसंख्या के बराबर देश में 8 करोड़ डायबिटीज के मरीज हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर हार्ट अटैक से बचना है तो डायबिटीज को कंट्रोल रखना होगा।
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