
न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सेना में अल कायदा और दूसरे आतंकी संगठनों के कई मददगार मौजूद हैं और यह बात अब किसी से छिपी नहीं है।
ओबामा ने यह टिप्पणी अपनी किताब ए प्रॉमिस्ड लैंड में की है। ओबामा ने किताब में यह भी साफ तौर पर बताया है कि अगर 2011 में ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए चलाए गए ऑपरेशन की जानकारी पाकिस्तान को दी जाती तो यह मिशन नाकाम हो जाता।

आईएसआई पर निशाना
ओबामा के मुताबिक- यह ओपन सीक्रेट है कि पाकिस्तानी फौज में अल कायदा, तालिबान और दूसरे आतंकी संगठनों के मददगार मौजूद हैं। हम सभी इस बात को जानते हैं कि यह गठजोड़ कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
वहां की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के तो अल कायदा और तालिबान से सीधे और नजदीकी रिश्ते हैं। आईएसआई इन आतंकी संगठनों का इस्तेमाल भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ करती रही है।
लादेन को मारने के ऑपरेशन के खिलाफ थे बाइडेन
अमेरिकी सील कमांडोज ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। तब ओबामा ने ही अल सुबह इस ऑपरेशन की जानकारी टीवी पर आकर दुनिया को दी थी।
ओबामा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उनके मुताबिक, लादेन को मारने के लिए जो सीक्रेट ऑपरेशन प्लान किया गया था, उससे तब के वाइस प्रेसिडेंट जो बाइडेन (अब प्रेसिडेंट इलेक्ट) और डिफेंस मिनिस्टर रॉबर्ट गेट्स सहमत नहीं थे।
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