मोशन में फाउंडेशन, जेईई और नीट के विद्यार्थियों के ओरिएंटेशन सेशन आयोजित

नितिन विजय
नितिन विजय
  • केवल सुविधा से ही नहीं मिलती सफलता : नितिन विजय

कोटा। मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि केवल सुविधाओं से सफलता नहीं मिलती। इसके लिए स्टूडेंट्स के मन में संकल्प की आग होना जरूरी है। नितिन विजय ने बुधवार को मोशन एजुकेशन के द्रोणा-2 कैम्पस में आयोजित ओरिएंटेशन सेशन में कहा कि कई बच्चे कोटा में आने के 15 दिन बाद ही कहने लगते हैं-खाना सही नहीं मिल रहा है, मम्मी पापा की याद आ रही है, यह परेशानी है, वह तो दिक्कत है। लेकिन जीवन में इस तरह का संघर्ष तो हमेशा ही रहेगा। आपको जब मनचाहा कॉलेज मिल जाएगा, तब भी घर से बाहर रहना पड़ेगा और ऐसी समस्याएं बनी रहेंगी। क्या तब भी इसी तरह रिएक्ट करेंगे…मानकर चलो कुछ एडजस्ट तो करना पड़ेगा। सफलता पाने के लिए अपना कम्फर्ट जोन छोड़ना होगा।

नितिन विजय
नितिन विजय

तीन चरण में हुए इस कार्यक्रम में हजारों विद्यार्थी और अभिभावक शामिल हुए। मोशन के चेयरमैन सुरेंद्र विजय भी मौजूद थे। इस दौरान विद्यार्थियों और अभिभावकों को मोशन में कोचिंग के सिस्टम, सफलता के गुर और पढ़ाई की सही रणनीति से अवगत कराया गया। बताया गया कि कोचिंग कब से शुरू और कब समाप्त होगी, टेस्ट और रिवीजन क्लासेस का शेड्यूल क्या रहेगा और मोशन की ओर से क्या सुविधाएं दी जाएंगी।

फाउंडेशन डिवीजन के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में श्रीनाथपुरम, दादाबाड़ी और गोविन्द नगर कैम्पस के कक्षा 6 से 10 तक के स्टूडेंट्स को ओलम्पियड और स्कूल के अकेडमिक सिस्टम के बारे में बताया गया। डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय ने कहा कि कोटा आने वाले विद्यार्थियों के परिजन की चिंता केवल अच्छा शिक्षण संस्थान ढूंढना ही नही बल्कि शांत व सुरक्षित होस्टल, शुद्ध एवं स्वस्थ्यवर्धक खाना, अच्छा स्कूल पाना भी रहती है। इसको ध्यान में रखते हुए मोशन ने ध्रुव, द्रोणा और दक्ष रेजिडेंशियल कैपम्स शुरू किए हैं। फाउंडेशन डिवीजन की ओर से स्कूल सपोर्ट, डे-बोर्डिंग, तपस्या और इवनिंग प्रोग्राम का संचालन भी किया जाता है। अकेडमिक हेड मुकेश गौड़ ने बताया कि यहां हम स्टूडेंट की एनालिटिकल थिंकिंग, रीजनिंग, लॉजिकल स्किल और कॉम्पटेटिव टेम्परामेंट पर जोर देते हैं। सीनियर फेकल्टी पूजा पांडे ने पेरेंटिंग के टिप्स दिए।

ज्वाइंट डाइरेक्टर और जेईई डिवीजन के हेड रामरतन द्विवेदी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में बहुत अधिक नंबर लाने वाले बच्चों को जब कोचिंग के टेस्ट में नंबर काम आते हैं तो वे घबरा जाते हैं। पैरेंट्स भी अक्सर विचलित हो जाते हैं। लेकिन नंबर कम आए तो घबराना नहीं बल्कि ज्यादा बेहतर प्रयास करना है। ज्वाइंट डाइरेक्टर और नीट डिवीजन के हेड अमित वर्मा ने कहा कि हारता वही है जो खुद को नहीं पहचानता। सफलता के लिए अपने मजबूत और कमजोर पक्ष की जानकारी जरूरी है। विद्यार्थी सभी कक्षाओं में उपस्थित रहकर पढ़ते रहें, अभ्यास करते रहें, टेस्ट देते रहें, अपनी कमजोरियों के दुरुस्त करते रहें तो अपना ड्रीम कॉलेज मिलकर ही रहता है।

डिप्टी डायरेक्टर (जेईई) निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि कोचिंग कब से शुरू और कब समाप्त होगी, टेस्ट और रिवीजन क्लासेस का शेड्यूल क्या रहेगा और मोशन की ओर से क्या सुविधाएं दी जाएंगी। कंटेंट हेड जयंत चित्तोड़ा ने बताया कि मोशन लर्निंग एप और एआई बेस्ड होमवर्क मशीन का उपयोग किस तरह करना है।

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