मोशन एजुकेशन में नि:शुल्क मेडिकल काउंसलिंग फेयर का आगाज, आज और कल भी चलेगा

मोशन एजुकेशन
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कोटा। नीट का रिज़ल्ट आते ही लाखों छात्रों के चेहरे पर एक नई उम्मीद की चमक तो आती है, लेकिन उसके साथ-साथ मन में सवालों की लंबी श्रृंखला भी शुरू हो जाती है—अब कौन-सा कॉलेज चुनें, कौन-सा कोर्स सही रहेगा, फीस का क्या होगा…ऐसे ही सवालों के जवाब देने के लिए मोशन एजुकेशन की ओर से सोमवार को इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र स्थित दक्ष कैंपस में तीन दिवसीय करियर काउंसलिंग फेयर शुरु हुआ। यह आयोजन मंगलवार और बुधवार को भी चलेगा। मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि करियर काउंसलिंग फेयर 2025 में नीट क्वालिफाई करने वाले हर स्टूडेंट के लिए खुला है—चाहे वह मोशनाइट हो या नहीं।

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काउंसलिंग पूरी तरह नि:शुल्क है। काउंसलिंग फेयर दो सत्र में चल रहा है—सुबह 9 से दोपहर 12 बजे और फिर दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक। इसमें विशेषज्ञों द्वारा मेडिकल काउंसलिंग के हर पहलू पर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। काउंसलिंग फेयर का उद्घाटन सोमवार प्रातः इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र स्थित दक्ष कैंपस में मोशन नीट डिवीजन के हेड अमित वर्मा और काउंसलिंग प्रकोष्ठ के प्रमुख डॉ. शोभित पटेल सहित अन्य सीनियर फेकल्टी ने किया। फेयर में कई काउंसलिंग एक्सपर्ट्स ने छात्रों से सीधा संवाद किया और उनके सवालों के जवाब दिए। उन्हें बताया गया कि उनका अगला कदम क्या होना चाहिए। बच्चों को यह भी समझाया गया कि एमबीबीएस के अलावा कई ऐसे विकल्प हैं जिनमें बेहतर करियर संभावनाएं मौजूद हैं, बशर्ते सही निर्णय लिया जाए।

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फेयर में उपस्थित छात्रों और अभिभावकों ने एमबीबीएस के अलावा बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस और अन्य पैरामेडिकल कोर्सेज की संभावनाओं पर जानकारी ली। उन्हें कॉलेजों के चयन, स्कॉलरशिप योजनाओं, फीस स्ट्रक्चर, सरकारी और निजी कॉलेजों की सीट मैट्रिक्स, रैंक के अनुसार विकल्प और काउंसलिंग की टाइमलाइन जैसी बातों पर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में जानकारी सबसे बड़ी ताक़त है और अगर सही समय पर सही जानकारी ना मिले तो अच्छी रैंक भी व्यर्थ हो सकती है।मोशन के ज्वाइंट डायरेक्टर और नीट डिवीजन हेड अमित वर्मा ने बताया कि हर साल हज़ारों स्टूडेंट्स अपनी प्रतिभा के मुताबिक सीट से वंचित रह जाते हैं क्योंकि उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया की सही समझ नहीं होती।

माता-पिता बच्चों से पूछते हैं कि अब क्या करना है? और बच्चा कहता है—पता नहीं। यही ‘पता नहीं’ हमें खत्म करना है। उन्होंने बच्चों को भरोसा दिलाया कि मोशन का मकसद सिर्फ उन्हें पढ़ाना ही नहीं, बल्कि उनके पूरे करियर को दिशा देना है। काउंसलिंग के लिए आई नीट स्टूडेंट अनुराधा सिंह ने बताया- मैं उलझन में थी कि क्या चुनूं, कहां आवेदन करूं, लेकिन यहां आकर सब कुछ साफ़ हो गया है। उन्हें इस फेयर में सिर्फ जानकारी ही नहीं, आत्मविश्वास भी मिला है। एक अन्य छात्र राजीव रंजन मिश्र ने बताया कि इस आयोजन की सबसे बड़ी खूबी रही कि यह छात्रों को एजुकेशनल एजेंट्स या भ्रमित करने वाली ऑनलाइन जानकारी से बचाकर भरोसेमंद मार्ग दिखाता है।

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