
ब्रिटेन में ग्रुप ऑफ सेवन यानी जी7 की मीटिंग शुक्रवार को शुरू हुई। इस वक्त दुनिया महामारी से जूझ रही है और माना जा रहा है कि दुनिया की सात बड़ी आर्थिक शक्तियां कोविड-19 और इससे पैदा हुई तमाम मुश्किलों से बचने का रास्ता निकालने पर फोकस करेंगी।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नरेंद्र मोदी को भी इसमें शामिल होने का न्योता दिया है। मोदी ब्रिटेन नहीं जा रहे हैं, वे 12 और 13 जून को वर्चुअली इसमें शामिल होंगे। दो साल में यह पहला मौका है, जब दुनिया की सात बड़ी आर्थिक शक्तियों के नेता एक साथ-एक मंच पर नजर आएंगे। चीन और रूस अलग-अलग वजहों से जी7 का हिस्सा नहीं हैं।

जी7 में शामिल देशों के मंत्री और अफसर पूरे साल मीटिंग्स करते रहते हैं। इस साल त्र7 मीटिंग्स से पहले इसके सदस्य देशों के फाइनेंस मिनिस्टर्स ने मीटिंग की थी। इन्होंने तय किया कि मल्टीनेशनल कंपनीज को ज्यादा टैक्स देना चाहिए। कोविड रिकवरी, ग्लोबल हेल्थ सिस्टम, क्लाइमेट चेंज और ट्रेड भी अहम मुद्दे होंगे।