
जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 5 दिन के प्रवास पर जोधपुर आए में हैं। इस दौरान सर्किट हाउस में आमजन से मुलाकात के बाद आगामी दिनों में होने वाली संविधान बचाओ रैली की तैयारियों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्तों के साथ बैठक की। मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर हमला बोला। अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान, बीजेपी वालों ने ही सरकार को गिराने का षड्यंत्र
रचा था।
मोदी सरकार में अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने जनता की चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास किया था। लेकिन देश के कई राज्यों की सरकारों को उन्होंने फेल कर दिया, एकमात्र राजस्थान की सरकार थी, जिसे गिराने में वो फेल हो गए। उन्होंने कहा, ”महाराष्ट्र, कर्नाटक व मध्य प्रदेश की सरकार बदल दी, यह लोग झारखंड की सरकार बदल नहीं पाए। यह जो तमाम षड्यंत्रकारी लोग थे। जिन्होंने हमारी पार्टी के अंदर विरोध करवाया, इन्होंने पैसे बांटे, मेरे पास पैसे बांटने का प्रूफ है। ये लोग संविधान दिवस मना रहे हैं।”
सरकार गिराने के लिए 25 व 35 करोड़ दिए गए
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र, कर्नाटक मध्य प्रदेश में इन्होंने इतने पैसे बांटे, कोई कह रहा है 25 करोड़, कोई 35 करोड़ रुपये दिए हैं। इस तरह से देश मे सरकारे गिराई जा रही है। यह हालत है तो कहां जा रहा है हमारा मुल्क? केवल हिंदू हिंदू करके राजनीतिक करोगे तो देश बर्बाद हो जाएगा। देश में डेमोक्रेसी खत्म हो जाएगी, तो क्या बचेगा? यह लोग देशभर में हॉर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं। हॉर्स ट्रेडिंग करके सरकारें गिराई जा रही हैं। तो डेमोक्रेसी कैसे बचेगी?
अब देश में अघोषित इमरजेंसी : अशोक गहलोत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि यह स्वतंत्रता सेनानियों का दिवस मना रहे हैं। इमरजेंसी लगी, हमारी कुछ गलतियां हुई। हमने माफी भी मांग ली थी। कांग्रेस को उसकी सजा मिल गई। इंदिरा गांधी को उत्तर भारत के अंदर हरवा दिया। इमरजेंसी के बाद देश में इतना बदलाव हुआ, मिलावट खोरी बंद हो गई, भ्रष्टाचार बंद हो गया। उस समय तो घोषित इमरजेंसी थी। लेकिन अभी देशभर में अघोषित इमरजेंसी लागू है। पत्रकारों को साहित्यकारों को या लेखक को देख लीजिए, कितने जेल के अंदर बंद हैं।