उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया है, जिसके बाद उसकी माौके पर ही मौत हो गई। इस एनकाउंटर में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि की है।
यह भी पढ़ें- कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसएसपी दिनेश कुमार का कहना है कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिसवालों का हथियार छीनकर भाग निकला। उसे सरेंडर करने का मौका दिया गया था, लेकिन विकास दुबे ने फायरिं शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सीने और कमर में गोली लगने से विकास दुबे को मौत हो गई है।
गैंगस्टर विकास दुबे भागने की कोशिश कर रहा था
उसकी बॉडी को लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया। कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने विकास दुबे के मारे जाने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि अंडरग्राउंड चल रहे गैंगस्टर विकास दुबे को महाकाल मंदिर से कल विकास दुबे पकड़ा गया था। उज्जैन पुलिस के मुताबिक विकास दुबे महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचा था। मंदिर के गार्ड ने शक होने पर विकास दुबे की पहचान की और सूचना दी।
यह भी पढ़ें- विकास दुबे के छुपे होने की खबर पर यूपी पुलिस की रेड, गिरफ्त में आया साथी
कानपुर के बिकारू गांव के रहने वाले विकास दुबे पर आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या का आरोप था। पुलिस टीम उस पर दबिश देने गई थी, तभी पहले से घात लगाए विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला बोल दिया था। इस दौरान सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए आया था जिसके बाद वहां की पुलिस एक्शन में आई और उसे वहीं धर लिया।
कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह फिर मध्यप्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा, जहां उसे एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उसे सबसे पहले महाकाल मंदिर के गार्ड ने पहचाना और उसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। बता दें कि उसकी तलाश पांच राज्यों की पुलिस कर रही थी। विकास क्रूरता की हदें शुरू से ही पार कर रहा था।
विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में देखा गया था। लेकिन जब पुलिस वहां छापा मारने पहुंची तो वह वहां से निकल चुका था।