
गहलोत सरकार के दो मंत्री अपने विभाग के कामकाज संभालने जैसलमेर से जयपुर पहुंचे
जयपुर। राजस्थान में सियासी बाड़ेबंदी के बावजूद सरकार एक्टिव मोड में नजर आ रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसलमेर के होटल के साथ-साथ राजस्थान से जुड़े मुद्दों पर लगातार बैठक कर रहे हैं। जिसके चलते आज मुख्यमंत्री आवास पर बैठकों का दौर जारी है। वहीं, इस बीच दो मंत्री बीडी कल्ला औ परसादी लाल मीणा जयपुर लौटे। दोनों अपने विभागों के कामकाज को संभालने के लिए जयपुर पहुंचे हैं।
वहीं, इस बीच सियासी तनाव से खुद को दूर रखने के लिए मंगलवार को होटल में दिन की शुरुआत एक बार फिर योग और कसरत के साथ हुई। साथ ही होटल में गौशाला और अस्तबल भी है। कई विधायक अपना कुछ समय पशुओं का चारा खिलाते दिखते हैं।
विधायक एक दूसरे के कमरे में नहीं जा सकते, बाहर आने के लिए सीएम की परमिशन जरूरी
जैसलमेर में जिस होटल में इन विधायकों को रखा है वहां सुरक्षा इतनी कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। होटल सूर्यागढ़ के 200 मीटर दायरे में मुख्य सड़क पर बेरिकेडिंग लगाए गए हैं। होटल सूर्यागढ़ के 200 मीटर दायरे में मुख्य सड़क पर बेरिकेडिंग लगाए गए।
विधायकों को निर्देश – अकेले में बात नहीं करेंगे
जैसलमेर आए सभी विधायक गहलोत के पक्ष में है। लेकिन बाड़ेबंदी के तहत उन पर पूरा विश्वास भी नहीं है। विधायकों को स्पष्ट निर्देश है कि वे एक दूसरे के कमरे में नहीं जाएंगे। अकेले में बैठकर बात नहीं कर सकेंगे। होटल के रेस्टोरेंट, गार्डन व लॉबी में एक साथ बैठकर बात कर सकते हैं।
होटलों की घेराबंदी
सियासी राजधानी जैसलमेर में होटल सूर्यागढ़ व गोरबंध पैलेस में मंत्री व विधायक ठहरे हुए हैं। दोनों होटलों को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है। इतना ही नहीं होटल के अंदर भी खुफिया एजेंसियों व पुलिस के अधिकारी तैनात है। चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बंदोबस्त है।
बाहर निकलने की मनाही
किसी भी विधायक को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है। पिछले चार दिनों में यहां ठहरे विधायक व मंत्री शहर की तरफ नहीं आए हैं। केवल विश्वासपात्र तीन मंत्री ही बाहर निकलें है। जिसमें प्रमोद जैन भाया, बी डी कल्ला और भंवरसिंह भाटी शामिल है। शेष होटल में बाड़ेबंदी के तहत ही मौजूद है।