
आपके बाल भले ही कितने भी हेल्दी हों, हर 6 महीने पर एक बार ट्रिम करने की सलाह दी जाती है। अगर कंघी करते समय ये आखिर तक आते-आते बालों में फंस जाती है, तो इसका मतलब ये है कि आपके बाल डैमेज हैं और पूरी संभावना है कि दोमुंहे भी हैं। अगर आप ब्लो ड्रायर, कर्ल या स्ट्रेटनर चलाते हैं तो हर 4 महीने में ट्रिम करा लें। इन टूल्स से निकालने वाली गर्मी बालों के सबसे ऊपरी परत क्यूटिकल को खोल देती है, जिससे बाल और भी पतले हो जाते हैं और इनके जल्दी डैमेज हो कर दोमुंहे होने की संभावना भी तेजी से बढ़ जाती है। अगर आप अपने बालों में ब्लीच भी करते हैं तब हर दो महीने में ही ट्रिम करा लेना बुद्धिमानी है। ब्लीच बालों के नेचुरल पिगमेंट को स्ट्रिप कर के हटा देता है जिससे बाल कमजोर हो जाते हैं, जल्दी टूटने लगते हैं और दोमुंहें भी हो जाते हैं। दोमुंहे बाल होने के बाद इस डैमेज को रिपेयर नहीं किया जा सकता है लेकिन भविष्य में होने वाले दोमुंहें बाल को बढऩे से रोका जा सकता है। दोमुंहें बालों से ऐसे पाएं छुटकारा, खूबसूरत होंगे बाल
क्या होते हैं दोमुंहे बाल?

बाल का एक सिरा जब किन्हीं कारणों से दो हिस्सों में खत्म हो तो ये दोमुंहे कहलाते हैं। ये कारण मैकेनिकल, केमिकल या अधिक हीट का इस्तेमाल हो सकता है।
बाल दोमुंहें कई कारणों से हो सकते हैं
धूप में अधिक समय तक रहना
बालों का ओवर ट्रीटमेंट जैसे कलरिंग, स्ट्रेटनिंग, स्मूथनिंग आदि
केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
गर्म टूल्स का इस्तेमाल
हाथों से दोमुंहे बालों को तोडऩा
नियमित रूप से ट्रिम न कराना
ऐसे में दोमुंहे बालों से छुटकारा
हर 6 महीने में ट्रिम करवाएं।
सैटिन के पिलो कवर का इस्तेमाल करें।
कंडीशनर और मास्क के इस्तेमाल से बालों की मजबूती बढ़ाएं।
बालों को ब्लो ड्राई से सुखाने की जगह तौलिए में पोंछ कर सुखाएं।
बहुत अधिक झटक कर बालों को न सुखाएं या झाड़ें। नम्रता से बालों को छुएं जिससे इनकी जड़ों पर दबाव न पड़े।
ओवर शैम्पू न करें।
माइक्रोफाइबर हेयर टॉवेल का इस्तेमाल करें।
बहुत अधिक गर्म पानी से बाल न धुलें।
यूवी एक्सपोजर से बचाएं, धूप में स्कार्फ या कैप लगा कर निकलें
हीटलेस कर्लिंग करें या फिर हीट ट्रीटमेंट करने से पहले हीट प्रोटेक्टेंट का इस्तेमाल करें।
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