
बकरी का दूध पीने, चाय बनाने या दैनिक इस्तेमाल के लिए उतना पॉपुलर नहीं है, जितना गाय या भैंस का दूध है। इसका एक कारण इस दूध से आने वाली अजीब सी गंध हो सकती है। लेकिन बकरी का दूध काफी पौष्टिक होता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा तो इंसानी दूध से ज्यादा होती ही है, साथ ही इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, सोडिटयम, फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स भी अच्छी मात्रा में होते हैं। अब सवाल उठता है कि बकरी का दूध अगर बहुत पौष्टिक है, तो क्या इसे शिशुओं और छोटे बच्चों को पिला सकते हैं? अगर हां, तो किस उम्र से बकरी का दूध पिलाना सुरक्षित होगा।
सूजन कम करें

बकरी का ताजा दूध पीने से सूजन कम करने में मदद मिलती है। दरअसल, बकरी के दूध में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, शरीर में मौजूद सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ऐसे में बकरी का दूध पीने से न सिर्फ डेंगू, बल्कि इम्फ्लेमेटरी बॉवल डिजीज की वजह से होने वाली सूजन से ही राहत मिलती है।
मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद

अगर आप एंग्जाइटी, डिप्रेशन या किसी अन्य मानसिक समस्या से परेशान हैं, तो बकरी का दूध आपके लिए बेहद गुणकारी होगा। दिन में एक बार इसे पीने से आपको कई सारे फायदे मिलेंगे। दरअसल, बकरी का दूध शरीर में हैप्पी हार्मोन को रिलीज करता है, जिससे आपका मूड बेहतर होता है।
खून की कमी दूर करें
कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस से भरपूर बकरी का दूध शरीर में खून की कमी को दूर करने में भी काफी सहायक है। इसे पीने से शरीर को आयरन अब्जॉब्र्ड करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं बकरी का दूध शरीर में रेड ब्लड सेल्स को भी बढ़ाता है।
जोड़ों के दर्द में गुणकारी
अगर आप या आपके आसपास किसी व्यक्ति को जोड़ों के दर्द की समस्या है, तो आप इसके लिए भी बकरी के दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे पीने से जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है। दरअसव, इसमें मौजूद कैल्शियम जोडों और हड्डियों को मजबूती देगा, जिससे दर्द को कम करने में राहत मिलती है।
गठिया
गठिया की समस्या में भी बकरी का दूध का काफी लाभकारी साबित होगा। जोड़ों के दर्द के साथ ही यह गठिया के दर्द में भी राहत पहुंचाता है। अगर आपको अक्सर सुबह के समय गठिया का दर्द परेशान करता है, तो बकरी का दूध आपको इस समस्या से राहत दिलाने प्रभावी साबित होगा।
यह भी पढ़ें : सी20 शिखर सम्मेलन का आगाज 29 जुलाई को जयपुर में